SRMU लाठी चार्ज मामले में बड़ी कार्रवाई के संकेत, शाम तक रुककर कमिश्नर व आईजी ने की जांच, सांसद तनुज पुनिया ने की घटना की कड़ी निंदा

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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बाराबंकी, अमृत विचार। यूनिवर्सिटी के बाहर एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को जांच कर शाम तक रिपोर्ट शासन को भेजने के लिए बाराबंकी आए कमिश्नर व आईजी अयोध्या देर शाम तक रुके रहे और सभी पहलुओं की विस्तार से जांच की। 

इस दौरान मान्यता संबंधी जांच करने के साथ ही एबीवीपी के प्रतिनिधिमंडल की पूरी बात सुनी गई। उधर संगठन की ओर से सीओ, कोतवाल व चौकी इंचार्ज के खिलाफ कोतवाली में तहरीर देकर एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की गई है। मामले में बड़ी कार्रवाई के संकेत मिल रहे हैं। 

सोमवार को गदिया स्थित रामस्वरूप यूनिवर्सिटी के गेट के बाहर बिना मान्यता एलएलबी की पढ़ाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और दौड़ा दौड़ाकर पीटा था। गंभीर रूप से घायल कार्यकर्ता पहले मेयो हास्पिटल गए फिर जिला अस्पताल पहुंचे।

यहां बेड न मिलने पर हंगामा तो किया ही साथ ही मिलने पहुंचे डीएम, एसपी को अंदर आने नहीं दिया। रात के बाद करीब 22 कार्यकर्ताओं को केजीएमयू इलाज के लिए भेज दिया गया। रात में ही डीएम आवास के पीछे एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन का पुतला फूंका। उधर इस मामले को लेकर सीएम की नाराजगी के बाद सीओ सिटी, कोतवाल शहर व चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया।

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सीएम के ही निर्देश पर मंगलवार की शाम तक जांच कर रिपोर्ट भेजने को लेकर कमिश्नर राजेश कुमार व आईजी अयोध्या प्रवीण कुमार सबसे पहले यूनिवर्सिटी पहुंचे और यहां पर घंटों रुक कर मान्यता संबंधी प्रकरण की जांच की। इसके बाद देर शाम तक रुके आईजी प्रवीण कुमार ने लाठीचार्ज मामले पर सभी की बात सुनी।

इसी बीच अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत मंत्री अंकित शुक्ला व लाठीचार्ज का शिकार हुए संगठन के ही पुष्पेन्द्र बाजपेई की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल कमिश्नर व आईजी से मिला और मांग की कि मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के साथ ही इनके साथ शामिल रहे अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। यूनिवर्सिटी बंद की जाए साथ ही सीओ के रहते लाठीचार्ज की नौबत क्यों आई, इसकी भी जांच हो।

शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करने वालों पर एफआईआर दर्ज की जाए। प्रतिनिधमंडल को कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है। वहीं परिषद के एक पदाधिकारी की ओर से शहर कोतवाली में तहरीर देकर सीओ, कोतवाल व चौकी इंचार्ज के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है।

सांसद तनुज पुनिया ने श्री रामस्वरूप विश्वविद्यालय में छात्रों पर हुए लाठी चार्ज की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि बिना अनुमति के हजारों छात्रों का प्रवेश कराकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। प्रदर्शन में 20-25 छात्र घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। पुनिया ने आरोप लगाया कि वर्तमान सरकार की क्रूरता से छात्र और किसान दोनों असुरक्षित हैं। उन्होंने निष्पक्ष न्यायिक जांच और दोषियों को दंडित करने की मांग की।

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भाकियू ने एडीएम को दिया ज्ञापन

भारतीय किसान यूनियन (भानू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप सिंह ने लाठीचार्ज प्रकरण की कड़ी निंदा की। यूनियन ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन और जिला प्रशासन की मिलीभगत से छात्रों की आवाज को दबाने का प्रयास किया गया। मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ एडीएम अरुण कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा।

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