सस्ते होंगे मोबाइल, लैपटॉप...यूपी में असेम्बल्ड होगा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, कई बड़ी कंपनियां प्रदेश में लगाएंगी यूनिट

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अम़ृत विचार। राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट की यूनिट लगाने के साथ भविष्य में मोबाइल और लैपटॉप सस्ते होने के भी संकेत दिए हैं। उम्मीद जतायी जा रही है कि तमाम इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इंपोर्ट न करने के कारण उत्पाद की लागत में कमी आएगी। निकट भविष्य में आई-फोन को भी होम-मेड करने की है योजना है।
दरअसल, पॉलिसी के तहत 11 प्रकार के इलेक्ट्रानिक डिवाइस व उसके कंपोनेंट राज्य में ही तैयार किए जाएंगे। 

इसमें डिस्प्ले माड्यूल सब-असेंबली, कैमरा माड्यूल सब-असेंबली, मल्टी-लेयर प्रिंटेड सर्किट बोर्ड, हाई-डेंसिटी इंटरकनेक्ट, फ्लेक्सिबल पीसीबी और लिथियम-आयन सेल्स जैसे नान-सरफेस माउंट डिवाइस (नान-एसएमडी), पैसिव कंपोनेंट्स, इलेक्ट्रो-मैकेनिकल पार्ट्स और आईटी हार्डवेयर उत्पादों के एनक्लोज़र शामिल हैं।

कोशिश है कि प्रदेश में कैपिटल गुड्स और सप्लाई चेन सिस्टम को भी बढ़ावा दिया जाए ताकि जरूरी सब कंपोनेंट आदि नहीं बन सकें। इसीलिए यूपी को इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने के लिए राज्य सरकार अब इसके कंपोनेंट के निर्माण पर भी फोकस बढ़ा रही है। निवेशकों को बेहतर सुविधा व प्रोत्साहन के लिए सरकार प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट की यूनिट लगाने पर केंद्र के बराबर ही अतिरिक्त प्रोत्साहन देगी। कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि नीति से मिलने वाले इंसेंटिव के चलते लैपटॉप, मोबाइल जैसे अन्य गैजेट्स के कंपोनेंट यूपी में ही बनेंगे, अभी इनका इंपोर्ट करना पड़ता है।

यूपी में कंपोनेंट तैयार होने से निवेश व रोजगार को बढ़ावा मिलेगा ही उत्पाद भी सस्ते होंगे। प्रमुख सचिव ने बताया कि, देश में अगले 5 सालों में इस सेक्टर में 500 मिलियन डॉलर के निवेश का लक्ष्य रखा गया है, हमारी कोशिश यह है कि इसमें 50 प्रतिशत हिस्सेदारी उप्र. की हो - अनुराग यादव, प्रमुख सचिव आईटी

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