बरेली : गैर शरई कामों में उलझी मुस्लिम कौम...शरीयत के हिसाब से करें काम

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Published By Pradeep Kumar
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उर्स-ए-शराफती के मंच से बोले उलमा

बरेली, अमृत विचार: 58 वें उर्स-ए-शाह शराफत मियां के कुल की रस्म गुरुवार सुबह अदा की गई। उर्स के मंच से उलमा ने मुस्लिम कौम के गैर जरूरी व गैर शरई कामों में उलझे होने पर चिंता जताई। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि वे इस्लामी शरीयत के हिसाब से काम करें। कुल की रस्म के साथ उर्स का समापन हो गया। देश में अमन और भाईचारे की दुआ मांगी गई। इस मौके पर मीनार पत्रिका का विमोचन किया गया।

सुबह 8 बजे दरगाह के मेहमानखाने में तकरीरी कार्यक्रम हुआ। जिसमें शाहिद शेख, प्रोफेसर महमूद उल हसन, मौलाना रिफाकत नईमी, मौलाना मुफ्ती फहीम सकलैनी, मौलाना खालिद सकलैनी, मौलाना अबसार सकलैनी, मौलाना नूर मोहम्मद समेत अन्य उलमा ने कौम को आपस में इत्तिहाद, मोहब्बत, भाई-चारे के साथ रहने की हिदायत की साथ तालीम पर जोर दिया। कहा कि बच्चों को दुनियावी के साथ दीनी तालीम भी दिलाएं।
मौलाना मुफ्ती फहीम अजहरी ने कहा कि आज हमारी कौम गैर जरूरी और गैर शरई कामों में उलझी हुई है। जैसे शादियों में फिजूल रस्म और खर्च किए जा रहे हैं। मुसलमान अपने काम इस्लामी शरीयत के हिसाब से करे। सुबह 11 बजे कुल शरीफ की रस्म अदा की गई। जिसमें देश में अमन चैन और भाईचारे की दुआ मांगी गई। मुंतखब मियां, सादकैन सकलैनी, हाफिज गुलाम गौस, हमजा सकलैनी, मुर्तुजा सकलैनी, मुंतसिब सकलैनी, इंतिखाब सकलैनी, सलमान सकलैनी, मुनीफ सकलैनी, फैजयाब सकलैनी, असदक सकलैनी, शाहिद शेख, हाजी लतीफ आदि मौजूद रहे।

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आपस में भाईचारा कायम करें
दरगाह के सज्जादानशीन गाजी मियां ने उर्स में आए जायरीन को पैगाम दिया कि आपस में मोहब्बत इत्तिहाद भाईचारा कायम करें। सज्जादानशीन ने दूसरे उर्स ए सकलैनी का ऐलान किया और बताया उर्स 24 से 28 सितंबर तक मनाया जाएगा। उर्स में मुरीदीन को आने की दावत दी। उर्स के मंच से एलान किया गया कि उर्स ए सकलैनी के मौके पर शाह सकलैन एकेडमी की तरफ से 14 सितंबर को बिशप मंडल इंटर कॉलेज के मैदान पर सामूहिक निकाह का आयोजन किया जाएगा।

आज दरगाह बशीर मियां पर हाजिरी को जाएंगे सज्जादानशीन
शुक्रवार को जश्ने ईद मिलादुन्नबी के मौके पर सज्जादानशीन गाजी मियां गुलाबनगर मोहल्ला स्थित दरगाह बशीर मियां पर जायरीन के साथ हाजिरी देने के लिए जाएंगे। वापसी में गुलाबनगर घोसियों वाली मस्जिद से जुलूस ए मोहम्मदी का आगाज होगा। जो बानखाना, कोहाड़ापीर, नैनीताल रोड, क़ुतुबखाना, मनिहारान गली से होता हुआ जुलूस दोपहर 12 बजे तक दरगाह शाह शराफत पर आकर संपन्न होगा।

कुल के बाद लोग लौटे तो चौराहों पर लगा जाम
शाहबाद की तंग गलियों में जायरीन का हुजूम उमड़ पड़ा। सुबह 11 बजे के बाद कुल की रस्म पूरी होने के बाद लोगों ने जब लौटना शुरू किया तो आसपास के चौराहों पर जाम लग गया। कुतुबखाना, बड़ा बाजार, शाहबाद, प्रेमनगर, मूर्ति नर्सिंग होम समेत अन्य जगह पर घंटों लोग जाम में फंसे रहे। ट्रैफिक पुलिस ने जाम खुलवाकर यातायात को सुचारू कराया। दरगाह कमेटी ने उर्स में सहयोग करने के लिए पुलिस-प्रशासन, नगर निगम, विद्युत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन विभाग का आभार जताया। उर्स की व्यवस्थाओं में आफताब आलम, मेराज हसन, इंतिजार हुसैन, सैयद मोहसिन, सैयद राशिद, फैसल सकलैनी, सैयद आमिर, मुशाहिद सकलैनी, राशिद खान, फरहान सकलैनी, जमील सकलैनी आदि का सहयोग रहा।

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