लखीमपुर खीरी : रहस्यमयी हालात में लापता सचिव, बाइक से मिला सुसाइड नोट

Amrit Vichar Network
Published By Pradeep Kumar
On

शारदानगर बैराज पर खड़ी मिली बाइक, मोबाइल, हेलमेट व बैग भी मिला

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार: बहुउद्देशीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति परसपुर के सचिव अजय मिश्र कपूर गुरुवार से रहस्यमयी हालात में लापता हो गए। उनकी बाइक, मोबाइल फोन, हेलमेट व बैग शारदानगर बैराज पुल के समीप मिले। बाइक की डिग्गी से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें दो अधिकारियों पर मानसिक प्रताड़ना और पैसों की डिमांड का जिक्र किया गया है। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम शादरा बैराज में उनकी तलाश कर रही हैं, लेकिन देर शाम तक उनका कोई पता नहीं चल सका है।

लापता सचिव के बड़े बेटे अभिषेक मिश्र ने बताया कि प्रतिदिन की तरह गुरुवार को भी पिता ने पूजा पाठ की। उसके बाद नाश्ता कर सुबह करीब आठ बजे समिति जाने की बात कहकर रोज की तरह बाइक से निकले थे। शाम 6 बजे तक घर वापस  न आने पर मां संगीता ने फोन किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। फोन न उठाने पर मां ने ने दोबारा कॉल किया तो शारदानगर पुलिस ने रिसीव कर जानकारी दी कि बाइक, डिग्गी में बाइक के कागज, एक सुसाइड नोट, चाभी, मोबाइल और हेलमेट पुल के किनारे मिला है। इससे परिजनों में हड़कंप मच गया। परिजन रात करीब आठ बजे शारदानगर पहुंचे। मोबाइल की जब पुलिस ने जांच की तो उसमें 5 बजकर 55 मिनट पर बैराज के पास से सचिव की ली गई सेल्फी दिखी, जिससे उनके शारदा बैराज पर आने की पुष्टि हुई है। परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई है।

परिजनों के मुताबिक बाइक की डग्गी से मिले सुसाइड नोट में अजय मिश्र ने लिखा है कि एआर रजनीश प्रताप सिंह व एडीओ राहुल सिंह ने तीन माह से प्रताड़ित कर रखा है। लाखों रुपये ले चुके हैं और अब स्टॉक सत्यापन के नाम पर 50 हजार की डिमांड कर रहे थे। उन्हीं को आत्महत्या का जिम्मेदार ठहराया गया है। सूचना पाकर जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष विनीत मिनार, पलिया ब्लाक प्रमुख वीरेंद्र शुक्ला, मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र सहित कई जनप्रतिनिधि भी शारदा नगर बैराज पहुंचे पहुंचे। पुलिस ने एनडीआरएफ की टीम व गोताखोरों को तलाश में लगाया है। खबर लिखे जाने तक सचिव का कोई सुराग नहीं मिल सका था। परिजनों का रो-रोकर हाल बेहाल था। पड़ोसी, समिति कर्मचारी और सगे संबंधी ढांढस बंधा रहे थे। विभागीय और प्रशासनिक अधिकारियों का मौके पर न पहुंचना चर्चा का विषय बना रहा। जब आरोपी एआर रजनीश प्रताप सिंह और एडीओ पलिया को कॉल की। एडीओ ने कॉल रिसीव नहीं की, जबकि एडीओ का मोबाइल स्विच ऑफ जाता रहा। 

अफसरों की प्रताड़ना से तंग आ चुका, आत्महत्या के लिए मजबूर हूं
सचिव अजय मिश्र की बाइक की डिग्गी से मिले सुसाइड नोट ने सहकारिता विभाग में जांच के नाम पर बड़े पैमाने पर हो रहे भ्रष्टाचार की कलई खोल दी है। सुसाइड नोट में सचिव अजय मिश्र कपूर ने साफ लिखा है कि एआर रजनीश प्रताप सिंह लगातार तीन महीने से उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं। एडीओ राहुल सिंह के द्वारा लाखों रुपये ले चुके हैं। अब तीन दिन से फिर  स्टॉक सत्यापन के नाम पर 50 रुपये मांग रहे हैं। सही स्टॉक होने के बावजूद बार-बार दबाव बनाया जा रहा है। मेरी छोटी डायरी में सब लिखा हुआ है। ऐसे हालात में नौकरी करना मुश्किल हो गया है। यदि मैं कुछ गलत कदम उठाता हूं तो इसके जिम्मेदार यही दोनों अफसर होंगे। इस सुसाइड नोट ने जहां सहकारिता और प्रशासनिक अफसरों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। वहीं जिले की सहकारी समितियों में व्याप्त बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की पोल भी खुल रही है। सुसाइड नोट मिलने के बाद लोगों में भारी रोष है।

संबंधित समाचार