गौरव गोस्वामी हत्याकांड : हत्यारोपी को पांच घंटे की रिमांड पर लेकर पुलिस ने बरामद किया तमंचा
बरेली, अमृत विचार। बारादरी थाना क्षेत्र के ईसाइयों की पुलिया के पास 11 सितंबर को हुई गौरव गोस्वामी हत्याकांड के मुख्य आरोपी बिहारी उर्फ निशांत सोनकर को पुलिस ने पांच घंटे की रिमांड पर लेकर हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद किया। आरोपी ने हत्या के बाद तमंचा और कारतूस खुर्रम गोटिया के कब्रिस्तान में छिपा कर मौके से फरार हुआ था। पुलिस ने इस दौरान वीडियोग्राफी कराते हुए पूरी कार्रवाई की।
बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडे ने बताया कि खुर्रम गौटिया में बुधवार रात दो गुटों में झगड़े के दौरान बिशारतगंज निवासी हिंदू नेता गौरव गोस्वामी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। झगड़े के दौरान आरोपी ने उसके चेहरे पर गोली मारी थी, जिससे एक आंख तक बाहर निकल आई थी। पोस्टमॉर्टम के दौरान गौरव के सिर में 315 बोर की गोली फंसी मिली थी। अत्यधिक रक्तस्राव भी मौत की वजह बना था। मृतक के पिता छोटे लाल ने बारादरी थाने में अनस उर्फ मुलायम, नैतिक सोनकर, बिहारी उर्फ निशान्त सोनकर, राजा उर्फ कपिल, अभय, शेखर, सगीर और चन्दन के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मुकदमे की विवेचना क्राइम इंस्पेक्टर अरविन्द सिंह कर रहे थे।
विवेचना के दौरान नामजद आरोपी शेखर पुलिस मुठभेड़ में और अनस, समीर, चन्दन को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था, जबकि बिहारी सोनकर उर्फ निशान्त, राजा उर्फ कपिल, अभय ने न्यायालय के समक्ष हाजिर होकर आत्मसमर्पण किया था। आरोपियों से पूछताछ में जानकारी हुई थी कि गौरव गोस्वामी को गोली बिहारी उर्फ निशान्त सोनकर ने मारकर हत्या की थी। घटना में शामिल तमंचा बरामद नहीं हो सकी थी। आलाकत्ल बरामद करने के लिए आरोपी को पांच घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड लेकर आलाकत्ल बरामद किया गया। जिसे आरोपी ने खुर्रम गोटिया के कब्रिस्तान में बनी मस्जिद के पास छिपाकर फरार हुआ था। ये कार्रवाई वीडियोग्राफी कराते हुए की गई है। बरामद असलाह की जांच और मृतक के शरीर से मिले बुलेट की जांच के लिए पुलिस ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला से कराकर साक्ष्य संकलन कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
पार्टी कर लौट रहे थे सभी दोस्त
पुलिस के मुताबिक, मनोज जमानत पर छूटा तो गौरव अपने दूसरे भाई के साथ उससे मिलने पहुंचा। तब मनोज ने जमानत पर छूटे अपने साथी आकाश व उसके दोस्तों से मिलने और पार्टी करने की इच्छा जताई। इस पार्टी में आकाश व लकी लभेड़ा के साथ उनके कुछ और दोस्त भी थे। लौटते वक्त इनकी टेंपो चालक अनस से कहासुनी हुई। नशे की हालत में तीन बाइकों पर बैठे नौ दोस्तों को अनस का पलटवार नागवार लगा। तब वे अनस का पीछा करते उसके घर तक पहुंच गए। अनस भी खुराफाती तत्वों के साथ रहता है। उसने अपने साथियों को जुटा लिया। मारपीट में जब गौरव के दोस्त हावी होने लगे तो अनस के कहने पर उसके दोस्त ने गोली चला दी, जो गौरव के चेहरे पर जाकर लगी।
