मंत्री धर्मपाल सिंह के निर्देश , पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हों बड़े गो आश्रय स्थल, PPP मॉडल प्रोजेक्ट के तहत किया जाएगा विकास

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Published By Anjali Singh
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लखनऊ, अमृत विचार: पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने बड़े गो आश्रय स्थलों में उपलब्ध भूमि को गो पर्यटन के रूप में विकसित किए जाने को लेकर तेजी से कवायद किए जाने का निर्देश दिया है। प्रदेश में ऐसी जमीनों पर पीपीपी मोड पर यह प्रोजेक्ट विकसित किया जाएगा। मंत्री ने यह भी हिदायत दी कि गो आश्रय स्थलों में जो भी सुविधाएं अनुमन्य हैं वह पूरे रूप से उपलब्ध कराई जाएं।

पशुधन मंत्री के मुताबिक, गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर निरन्तर कार्य किया जाए और इसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा है कि भूसा व साइलेज टेंडर प्रक्रिया नियमानुसार सम्पन्न कराई जाए और जहां से भी टेंडर की दरों में भिन्नता की शिकायत प्राप्त हो, वहां जांच कर आवश्यक कवायद की जाए। गो आश्रय स्थलों को भरण पोषण मद में एक माह की अग्रिम धनराशि उपलब्ध कराई जाए।

धर्मपाल सिंह ने सोमवार को यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि, अभियान चलाकर 15 दिसम्बर तक खेतों से पराली उठाने की व्यवस्था की जाए। गो आश्रय स्थलों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं। पशु चिकित्साधिकारी नियमित रूप से गोशालाओं का निरीक्षण करें। हाईवे आदि मुख्य स्थानों पर गौ वंश को रेडियम बेल्ट पहनाई जाए। श्री सिंह ने दुग्ध समितियों के सदस्यों को कम से कम दो पशु पालने का भी सुझाव दिया।

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