Bareilly: कोहरे की दस्तक से बढ़ा हादसे का डर, सड़क पर खड़े वाहन बनें मुसीबत
पीलीभीत, अमृत विचार। दिवाली के बाद से सर्दी धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। इसी के साथ धुंध के बीच कोहरा भी दस्तक दे रहा है। इन दिनों सड़क हादसों की रोकथाम के प्रयास यातायात माह नवंबर अभियान के तहत किए जा रहे हैं। इन सब प्रयासों के बीच धरातल पर तस्वीर कुछ अलग है। कोहरे के बीच सड़क किनारे खड़े वाहन हादसे का सबब बनते दिखाई दे रहे हैं। हाईवे से लेकर मुख्य मार्गों पर अव्यवस्था हावी है। मगर, इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है।
मंगलवार रात अचानक सड़कों पर कोहरे की घनी चादर दिखाई दी। जिससे आवागमन में राहगीरों को हादसे का डर सताता रहा। इसकी एक वजह ये भी रही कि सड़क के किनारे जहां-तहां वाहनों की बेतरतीब पार्किंग जारी है। कोहरे में रोशनी के पुख्ता इंतजाम न होने से खतरा और बढ़ता दिखा। वैसे तो पूर्व में कई बार हादसों की रोकथाम के लिए असम, बरेली समेत कई हाईवे पर खड़े वाहनों पर कार्रवाई करने के आदेश किए जाते रहे हैं। कार्रवाइयां भी की गई, लेकिन स्थिति में पूरी तरह से सुधार होने से पहले ही मुहिम अधर में ही रह गई। रोडवेज के पास सड़क पर ही बेतरतीब तरीके से बसों की पार्किंग रहती है। ऐसे में कोहरे के बीच इस मार्ग पर सफर करते वक्त भी हादसे का डर रहता है।
सड़क पर कई जगह गड्ढे भी हैं। हादसों की बात करें तो कई लोग जान भी गंवा चुके हैं। दो सान पहले लखनऊ से नैनीताल जा रहे परिवार की कार सड़क किनारे खड़े पिकअप से टकरा गई थी। जिसमें दंपती समेत चार लोगों की मौत हुई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हादसा असम हाईवे पर सेहरामऊ उत्तरी थाना क्षेत्र में गढ़वाखेड़ा चौकी के पास हुआ था। इससे पहले जुलाई 2019 में गजरौला थाना क्षेत्र में असम हाईवे पर सड़क किनारे खड़े ट्रक में पीछे से ट्रक घुस गया था। इस हादसे में भी तीन लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं। मगर इस तरफ जिम्मेदारों का कोई खास ध्यान नहीं है। जिले से होकर गुजर रहे किसी भी हाईवे पर चले जाएं वहां पर दिन रात वाहनों की कतार लगी मिल जाएगी। जिससे हादसे का खतरा बना हुआ है।
निर्माणाधीन कार्य के दौरान भी सतर्कता बरतने की जरुरत
असम हाईवे पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर हो या फिर माधोटांडा रोड पर चल रहे पुलिया निर्माण कार्य। इसके अलावा भी कई जगह निर्माण कार्य चल रहे हैं। इन हिस्सों से गुजरते वक्त भी कोहरे और धुंध के बीच सतर्कता नहीं बरती गई तो हादसा तय है। कई जगह खोदाई कर छोड़ दिया गया है। वहीं, असम चौराहा फ्लाई ओवर निर्माण कार्य के चलते बड़े-बड़े पत्थर समेत काफी निर्माण सामग्री के ढेर सड़क पर ही जहां-तहां लगे हुए हैं। रात के वक्त हादसे का डर लगा रहता है।
