बाराबंकी : कोहरे की बारिश से बढ़ी ठिठुरन, बाजार में सन्नाटा
बाराबंकी, अमृत विचार। सर्दी के तेवर बिगड़ते ही जा रहे हैं। शनिवार सुबह घने कोहरे की बारिश और धुंध के चलते सूर्यदेव के दर्शन न देने से ठिठुरन में इजाफा हो गया। न्यूनतम तापमान 11 डिग्री दर्ज किया गया। बढ़ी सर्दी के चलते बाजार में सन्नाटा पसरा रहा और लोग जरूरी काम से ही बाहर निकले। सर्दी दूर करने के लिए सभी जरूरी उपाय अपनाए गए।
कोहरे की घनी चादर ने सूर्यदेव को बाहर निकलने से रोक रखा है। हालांकि तीन दिन के भीतर निकली धूप इस कदर बेअसर रही कि छत पर धूप सेंकने गए आमजन कुछ ही देर बाद नीचे उतर गए और गर्म कपड़ों या अलाव के सहारे हो गए। धूप ठीक से न निकलने से कपड़े भी सूख नहीं पा रहे।

घटते तापमान के बीच सबसे बड़ी समस्या स्कूल जा रहे बच्चों के लिए है। जिन्हे कड़ाके की ठंड के बीच अनमने भाव से स्कूल तक का सफर करना पड़ रहा। इस बीच शनिवार की सुबह कोहरे की बारिश ने सभी को हैरत में डाल दिया।
किसानों व फसलों के लिए यह कोहरा जहां फायदेमंद बताया जा रहा, वहीं ग्रामीण इलाकों में पाला भी गिर रहा। शहर की अपेक्षा गांव क्षेत्र में अलाव का प्रयोग अचानक बढ़ गया है। धूप न निकलने से ही पारा लुढ़क गया और ठिठुरन गलन ने वातावरण पर कब्जा कर लिया।
बढ़ी सर्दी का ही असर है कि बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। शरीर को सर्दी से बचाने के लिए कपड़ों व विद्युत उपकरण की मांग तेज हो गई है। बढ़े कोहरे ने ही हाईवे पर वाहनों व रेल पटरी पर ट्रेनों की रफ्तार पर रोक लगा दी है। शाम ही नहीं बल्कि दिन में वाहन मध्यम गति से चलने को विवश हैं वहीं ट्रेनों के लगातार लेट लपेट होने से यात्री परेशान हैं।
