बरेली: 300 बेड अस्पताल के हस्तांतरण की प्रतीक्षा कर रहा विभाग

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अमृत विचार, बरेली। शहर में प्रस्तावित तीन सौ बेड के नए अस्पताल के लिए शासन ने मार्च 2013 में 47 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। तब तत्कालीन डीएम अभिषेक प्रकाश ने राजकीय निर्माण निगम को दो साल के अंदर अस्पताल हैंडओवर करने की बात कही थी लेकिन 2020 अक्टूबर में जाकर यह अस्पताल लोगों के …

अमृत विचार, बरेली। शहर में प्रस्तावित तीन सौ बेड के नए अस्पताल के लिए शासन ने मार्च 2013 में 47 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। तब तत्कालीन डीएम अभिषेक प्रकाश ने राजकीय निर्माण निगम को दो साल के अंदर अस्पताल हैंडओवर करने की बात कही थी लेकिन 2020 अक्टूबर में जाकर यह अस्पताल लोगों के खेला जा सका।

कोरोना काल में यहां संक्रमितों का ही उपचार किया जा रहा है। अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त नया अस्पताल मानसिक चिकित्सालय परिसर के 14 एकड़ भू-भाग में बनाया गया है। इसका गेट खुर्रम गौटिया की ओर बनाया गया है। पिछली सपा सरकार में मानसिक अस्पताल की जमीन पर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनना शुरू हुआ था।

73 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को 2015 में पूरा किया जाना था लेकिन बार-बार बिल्डिंग निर्माण को पूरा करने की तारीखें बढ़ती रहीं। बजट भी रिवाइज किया गया। कोरोना काल में सीएमओ डॉ. विनीत कुमार शुक्ल ने यह अस्पताल शुरू करवाया था। यहां कोरोना संक्रमितों का उपचार किया जा रहा है। अन्य बीमारियों का इलाज यहां कब शुरू होगा, इस पर अनिश्चितता के बादल छाए हुए हैं।

वर्ष 2018 में मलेरिया के दौरान शुरू करने की हुई थी कवायद
वर्ष 2018 में जिले में मलेरिया के प्रकोप को देखते हुए इस अस्पताल को शुरू करने की कवायद की गई थी लेकिन विभिन्न कारणों की वजह से अस्पताल शुरू नहीं किया जा सका।

निजी अस्पताल के मॉडल पर बनाया गया है मंडल का अस्पताल
यह अस्पताल मंडल का सबसे अत्याधुनिक और बड़ा अस्पताल है। इसे शुरू करते समय निजी अस्पताल के भवन की तर्ज पर बनाया गया है। अस्पताल में तीन भवन बनाए गए हैं जो आपस में इंटरकनेक्टेड हैं। अस्पताल में हर विभाग की ओपीडी अलग की व्यवस्था की गई है।

2021 में हैंडओवर होने की उम्मीद
कोरोना काल में भले ही 300 बेड कोरोना अस्पताल को शुरू कर दिया गया है। कोरोना संक्रमितों का निरंतर उपचार किया जा रहा है लेकिन अभी भी कोरोना काल के बाद अस्पताल में मरीजों को उपचार मिल सकेगा या नहीं, इस पर भी संशय के बादल छाए हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, अगले तीन से चार महीने में हैंडओवर करने की संभावना जताई जा रही है।

अक्टूबर महीने में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए इस अस्पताल को शुरू कर दिया गया था। यहां शुरू में कोरोना की जांच हुई बाद में कोरोना संक्रमितों का उपचार शुरू कर दिया गया है। अभी अस्पताल को राजकीय निर्माण निगम की ओर से हैंडओवर नहीं किया गया है। – डा. वागीश वैश्य, सीएमएस, 300 बेड कोविड अस्पताल

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