अयोध्या: एक साल पहले हुई युवक की मौत के मामले में आयोग के आदेश पर कब्र से निकलवाया शव, होगा पोस्टमार्टम
अयोध्या, अमृत विचार। अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के निर्देश पर शनिवार को जनपद की हैदरगंज थाना पुलिस ने एक दलित युवक के शव को खुदवा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। एक साल पूर्व दलित युवक की शराब का पैसा न देने पर पिटाई के चलते मौत हो गई थी। प्रकरण में पुलिस ने मुकदमा …
अयोध्या, अमृत विचार। अनुसूचित जाति जनजाति आयोग के निर्देश पर शनिवार को जनपद की हैदरगंज थाना पुलिस ने एक दलित युवक के शव को खुदवा कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है। एक साल पूर्व दलित युवक की शराब का पैसा न देने पर पिटाई के चलते मौत हो गई थी। प्रकरण में पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत किया था, लेकिन शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया था।
हैदरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम कोरोराघवपुर निवासी दलित करिया उर्फ कृष्ण कुमार पासी की मौत मामले में मृतक के भाई विश्राम सरोज ने अनुसूचित जाति जनजाति आयोग में शिकायत की थी। शिकायत में कहा था कि 14 फरवरी 2020 को उसका भाई करिया उर्फ कृष्ण कुमार पासी गांव में आयोजित एक भंडारे में शामिल होने गया था।
आरोप है कि वहां गांव के एक व्यक्ति ने शराब के लिए करिया से पैसा मांगा,लेकिन करिया ने पैसा नहीं दिया तो उसकी पिटाई की गई। पेट पर लात घूसो से मारा गया। घटना के तीसरे दिन 16 फरवरी को उनके भाई की मौत हो गई। प्रकरण में हैदरगंज थाना पुलिस ने आनाकानी के बाद गाली गलौज और गैर इरादतन हत्या तथा अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया और शव का पोस्टमार्टम कराया। शिकायतकर्ता का कहना है कि उसको पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर संदेह है इसके चलते दोबारा पैनल से पोस्टमार्टम कराया जाए और आरोपी के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाए।
शिकायत पर आयोग के सहायक निदेशक तरुण खन्ना की ओर से जनपद पुलिस और प्रशासन को एक पत्र भी जारी किया गया।पत्र में कहा गया कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष के आदेश के तहत मृतक के शव का नियमानुसार चिकित्सकों के पैनल से दुबारा पोस्टमार्टम कराने के साथ प्रकरण की विवेचना पुलिस क्षेत्राधिकारी स्तर के अधिकारी से कराई जाय और पीड़ित परिवार को समाज कल्याण विभाग से आर्थिक सहायता दिलाई जाय। आदेश का क्रियान्वयन ना होने पर पीड़ित ने पुलिस महानिरीक्षक से आदेश का अनुपालन कराये जाने की मांग की थी।
गांव निवासी मोतीलाल पासवान ने बताया कि इलाक़ाई पुलिस ने उनको सूचना दी थी कि दफनाये गये शव को शनिवार को खुदवाया जाएगा। इसके लिए पहले से ही दफनाए गए स्थल का चिन्हांकन किया गया था। इसी को लेकर शनिवार की सुबह नायब तहसीलदार बीकापुर और थाने का पुलिस बल मौके पर पहुंचा और चिकित्सक की मौजूदगी में दलित युवक करिया केशव को कब्र से बाहर निकलवाया गया तथा इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया।
एक साल बाद फिर से दलित युवक का मामला पटल पर आने के बाद इलाकाई सियासत और चर्चा गर्म हो गई है। शनिवार को बीकापुर तहसील की नायब तहसीलदार गरिमा बर्मा ने बताया कि उपजिलाधिकारी बीकापुर के आदेश पर लाश के उत्खनन की कार्यवाही कराई गई। साल भर पहले दलित करिया की मौत हुई थी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जा रहा है।
