बरेली: कोरोना से मरने वालों की संख्या कम, सामान्य मौतें ज्यादा
बरेली, अमृत विचार। कोरोना का संक्रमण बढ़ने के साथ ही श्मशानों में शवों की अंत्येष्टि के लिए गुरुवार को भी जगह बाकी नहीं रही। इस वजह से अर्थियां लेकर आए मृतकों के परिजन दाह संस्कार के लिए काफी देर तक इंतजार करते रहे। श्मशान स्थल वालों का कहना है कि देर शाम तक जो भी …
बरेली, अमृत विचार। कोरोना का संक्रमण बढ़ने के साथ ही श्मशानों में शवों की अंत्येष्टि के लिए गुरुवार को भी जगह बाकी नहीं रही। इस वजह से अर्थियां लेकर आए मृतकों के परिजन दाह संस्कार के लिए काफी देर तक इंतजार करते रहे। श्मशान स्थल वालों का कहना है कि देर शाम तक जो भी शव लाए जाते हैं, उनकी अंत्येष्टि करने के लिए लोग परेशान दिखाई दिए। हालांकि गुरुवार को कोरोना से मरने वालों के शव कुछ कम रहे लेकिन सामान्य मौतों की संख्या कम नहीं रही। इस वजह से अंत्येष्टि स्थलों पर चारों ओर चिताएं जलतीं दिखाई दीं।
संजयनगर श्मशान स्थल पर गुरुवार को भी सुबह से ही शव यात्राएं आनी शुरू हो गईं। इसके बाद दिन भी विभिन्न जगहों से लाए गए शवों की अंत्येष्टि के लिए जगह बाकी नहीं रह गई थी। इस वजह से यहां अर्थियां लेकर आए मृतकों के परिजनों को अंत्येष्टि के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा है। हालांकि गुरुवार को कोरोना से मरने वालों के कम शव आए। यहां 43 शवों को लाया गया, जबकि कोरोना से मरने वालों की तादाद नौ थे।
जबकि पिछले कई दिनों से शवों की संख्या इससे ज्यादा थी। उधर सिटी श्मशान भूमि में भी शवों को अंत्येष्टि के लिए दिनभर लाया जाता रहा। यहां गुरुवार को 53 शव लाए गए। इसमें आठ लोगों की मृत्यु कोरोना से हुई थी। यहां भी कोरोना से मरने वालों के शव की संख्या में पिछले कई दिनों की अपेक्षा कुछ कम रही। श्मशान स्थल के लोगों का कहना है कि हर दिन इतनी बड़ी तादाद में शवों को पहुंचने से अंत्येष्टि के लिए जमीन पर भी जगह बाकी नहीं रह गई है।
