बाराबंकी: कोटवाधाम के तेलवारी गांव के पास हो रहीं कटान में आई कमी, लेकिन टला है खतरा
बाराबंकी। सिरौलीगौसपुर के तेलवारी गांव में लगातार एक सप्ताह से हो रही भीषण कटान में थोड़ी कमी आयी है। इसके साथ बचाव कार्य मे भी तेजी लाई गई है। अधिकारी मौके पर रुक कर कटान रोकने का कार्य करा रहे हैं। उधर बाढ़ खंड के अधिकारी नदी की धारा को सिरौलीगौसपुर तहसील क्षेत्र से मोड़कर …
बाराबंकी। सिरौलीगौसपुर के तेलवारी गांव में लगातार एक सप्ताह से हो रही भीषण कटान में थोड़ी कमी आयी है। इसके साथ बचाव कार्य मे भी तेजी लाई गई है। अधिकारी मौके पर रुक कर कटान रोकने का कार्य करा रहे हैं। उधर बाढ़ खंड के अधिकारी नदी की धारा को सिरौलीगौसपुर तहसील क्षेत्र से मोड़कर गोंडा जिला की तरफ करने की जुगत में लगे हैं अधिकारियों की माने तो यहां पर मठ पंप नामक एक यंत्र से नदी की धारा को गोंडा की तरफ ऊंचा टिल काटकर करने की सोच रहे हैं।
हालांकि गोंडा से पहले बाराबंकी के तहसील सिरौलीगौसपुर रामसनेहीघाट के पास कई गांव बसे हुए हैं, ऐसे में अगर बाढ़ खंड मशीन से आगे की रेत का बड़ा टिल काटकर ऐसा करता है। तो तेलवारी गांव पर पानी का दाब कम हो जाएगा और कटान से गांव के लोगों को कुछ हद तक राहत मिल सकती है। गांव में हो रही कटान को रोकने के लिए बाढ़ खण्ड के कार्मचारी लगातार प्रयास कर रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में बाढ़ खण्ड ने कटान रोकने के लिए हजारों ट्रॉली टूटी ईंट नदी में डाल चुके है। उसके बाद भी नदी के पानी का घुमाव अभी बन्द नहीं हो पाया है। ऐसे में अब बाढ़ खण्ड मशीन की मदद से नदी में जमा रेत का टिल हटा कर नदी की धारा को सीधा करने की सोच रहा है।
तेलवारी गांव की खेती योग्य जमीन व घर लोगों के लगातार नदी में समाते जा रहे है। इससे कई परिवार बेघर भी हो चुके है। और पलायन कर सुरक्षित स्थान पर रहने लगें है। इसके बाद भी इन परिवार का दर्द कम नहीं हो पा रहे है। ऐसे अलीनगर रानीमऊ तटबन्ध पर रात में साँप बिछु अन्य जंगली जानवरों का खतरा बना हुआ है। तहसील प्रशासन ने इन परिवारों को राहत के नाम पर त्रिपाल पन्नी मुहैया करा पाया है। नदी में अपना मकान गवा चुके ग्रामीणों का कहना है कि जानवरों से लेकर परिवार तक बहुत मुश्किल से दिन गुजार रहें है। राहत के नाम पर सिर्फ त्रिपाल व पन्नी दी गयी है।बरसात के मौसम में उससे गुजारा नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में उपजिलाधिकारी सिरौलीगौसपुर सुरेंद्रपाल विश्वकर्मा ने बताया की गांव में बाढ़ खण्ड ने कटान को पूरी तरह से रोक दिया है। अब मशीन से आगे का टिल साफ करके नदी का पानी सीधा करने का प्लान किया जा रहा है। जिससे तेलवारी गांव बचाया जाएगा।
