मुरादाबाद: एसपी जीआरपी अपर्णा गुप्ता पर भ्रष्टाचार के आरोप, विभाग में हड़कंप
मुरादाबाद, अमृत विचार। एसपी जीआरपी अपर्णा गुप्ता पर वसूली के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह शिकायत जीआरपी के ही कुछ कर्मचारियों की ओर से एडीजी रेलवे से की गई है। पुलिस अधीक्षक ने मामले से अनभिज्ञता जाहिर की है। उधर, एडीजी ने मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। 6 दिसंबर 2020 को यहां …
मुरादाबाद, अमृत विचार। एसपी जीआरपी अपर्णा गुप्ता पर वसूली के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह शिकायत जीआरपी के ही कुछ कर्मचारियों की ओर से एडीजी रेलवे से की गई है। पुलिस अधीक्षक ने मामले से अनभिज्ञता जाहिर की है। उधर, एडीजी ने मामले में जांच के निर्देश दिए हैं।
6 दिसंबर 2020 को यहां एसपी जीआरपी के पद पर अपर्णा गुप्ता ने चार्ज संभाला था। इससे पहले वह एसपी ग्रामीण शाहजहांपुर के पद पर कार्यरत थीं। वह 2015 बैच की आईपीएस हैं। बुधवार को इन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। जिससे अनुभाग में हड़कंप है। जबकि दो दिन पहले ही एडीजी रेलवे पीयूष आनन्द ने जीआरपी लाइन में आदेश कक्ष व मीटिंग हॉल का निरीक्षण करने के साथ ही बैरक का निरीक्षण किया था।
बताया जा रहा है कि जीआरपी लाइन के कई आरक्षी एसपी जीआरपी की कार्यशैली से नाखुश चल रहे थे। जिसके चलते 20 से 25 कर्मचारियों ने अब उन पर ट्रांसफर, पोस्टिंग, टीए-डीए की एवज में वसूली के आरोप लगाए गये हैं। शिकायत एडीजी रेलवे से की गई है। एडीजी पीयूष आनन्द ने बताया कि मामले की शिकायत उनसे की गई है। जिसके बाद जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा।
2020 में कानपुर में भी लगे थे आरोप
एसपी रेलवे का आरोपों से पुराना नाता है। अक्टूबर 2020 में भी अपर्णा गुप्ता पर कानपुर के संजीत अपहरण व हत्याकांड में लापरवाही के मामले में तमाम आरोप लगे थे। जिसके चलते उन्हें निलंबित कर दिया गया था। हालांकि बाद में जांच के बाद एसपी रेलवे अपर्णा गुप्ता को सरकार ने बहाल कर दिया था।
एसोसिएशन ने लिखा सीएम को पत्र, जांच की मांग
अराजपत्रित पुलिस वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से मुख्यमंत्री को इस मामले में पत्र लिखकर जांच की मांग की गई है। एसोसिएशन के प्रभारी राज यादव ने बताया कि कुछ कर्मचारियों की ओर से आरोप लगाए गए हैं। जिसके बाद मामले की निष्पक्ष जांच के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्यवाई जरूर कराई जाएगी।
एसपी जीआरपी अपर्णा गुप्ता ने बताया कि सभी आरोप निराधार हैं। मामले की निष्पक्ष और गहनता से जांच कराकर सभी तथ्य सामने लाये जाएंगे।
