मानसून सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध जारी, हंगामे के बीच चला प्रश्नकाल
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच चल रहे गतिरोध बीच राज्यसभा में बुधवार को पहली बार प्रश्नकाल हुआ और विभिन्न मंत्रियों ने सदस्यों के पूरक प्रश्नों के जवाब दिए। हालांकि इस दौरान विपक्षी सदस्य आसन के समक्ष आ कर हंगामा करते रहे और उप सभापति हरिवंश ने 12 बज …
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच चल रहे गतिरोध बीच राज्यसभा में बुधवार को पहली बार प्रश्नकाल हुआ और विभिन्न मंत्रियों ने सदस्यों के पूरक प्रश्नों के जवाब दिए। हालांकि इस दौरान विपक्षी सदस्य आसन के समक्ष आ कर हंगामा करते रहे और उप सभापति हरिवंश ने 12 बज कर 41 मिनट पर बैठक दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी।
सदन में आज पेगासस जासूसी मामला और केंद्रीय कृषि कानूनों समेत विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण शून्यकाल नहीं चल पाया और बैठक शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बारह बजे जब प्रश्नकाल शुरू हुआ तो विपक्षी सदस्य फिर आसन के समक्ष आ कर हंगामा करने लगे। उपसभापति हरिवंश ने हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया।
प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों ने पूरक प्रश्न पूछे और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी, नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, श्रम एवं रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव तथा सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री प्रतिमा भौमिक ने उनके जवाब दिए।
गौरतलब है कि पेगासस जासूसी मामले, केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर मौजूदा सत्र के पहले दिन से विपक्षी सदस्यों ने सदन में हंगामा किया है। हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही बार बार बाधित हुई है। आज भी जब उपसभापति हरिवंश ने प्रश्नकाल आरंभ किया तो विपक्षी सदस्य अपनी मांग को लेकर नारे लगाते हुए और तख्तियां लहराते हुए आसन के समीप आ गये। उप सभापति ने सदस्यों से अपने स्थानों पर लौट जाने और प्रश्नकाल चलने देने की अपील की।
उन्होंने हंगामा कर रहे कुछ सदस्यों के मास्क न लगाने को लेकर भी अप्रसन्नता जाहिर की। सदन में व्यवस्था बनते न देख उन्होंने 12 बज कर 41 मिनट पर बैठक दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी।
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