जौनपुर में मनाई गई स्वतंत्रता सेनानी नरसिम्हा रेड्डी की 215वीं जयंती

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जौनपुर। उत्तर प्रदेश में जौनपुर के सरांवा गाव में स्थित शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक में बुधवार को हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी व लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने देश के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी माने जाने वाले नरसिम्हा रेड्डी की 215 वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक मोमबत्ती व अगरबत्ती जलाया …

जौनपुर। उत्तर प्रदेश में जौनपुर के सरांवा गाव में स्थित शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक में बुधवार को हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी व लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने देश के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी माने जाने वाले नरसिम्हा रेड्डी की 215 वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक मोमबत्ती व अगरबत्ती जलाया और वीरांगना लक्ष्मीबाई के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व व कृतित्व को याद किया।

शहीद स्मारक पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए लक्ष्मी बाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि देश के प्रथम स्वतंत्र सेनानी कहे जाने वाले नरसिम्हा रेड्डी का जन्म 1806 में आज ही मद्रास प्रेसिडेंसी के कुरनूल (अब आंध्र प्रदेश) में हुआ था। इसके अलावा 1820 में अंग्रेजों ने मद्रास में रैयतवाड़ी व्यवस्था लागू कर दी थी।

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उन्होंने कहा कि इसके तहत अंग्रेज कर न देने वाले किसानों की जमीन हड़प लेते थे। इससे व्यथित होकर किसानों का दुख देखकर नरसिम्हा ने अंग्रेजो के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया।

वह अंग्रेजों का खजाना लूट गरीबों में बांट देते थे। अंग्रेजों ने 6 अक्टूबर 1846 को उन्हें गिरफ्तार कर लिए गए और 22 फरवरी 1847 को फांसी दे दी थी। इस अवसर पर डॉक्टर धर्म सिंह, अनिरुद्ध सिंह, मैनेजर पांडे, मनजीत कौर सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।

जौनपुर: हर्ष फायरिंग मामले में तीन गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला?

उत्तर प्रदेश में जौनपुर के महाराजगंज थाने की पुलिस ने वैवाहिक समारोह में हर्ष फायरिंग का वीडियो वायरल होने के बाद पिस्तौल जब्त कर लिया गया था। इसके साथ ही लाइसेंसी अब्दुल रहीम, उसके पुत्र व दुल्हन के भाई को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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