लखनऊ ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट के काम में लायी जाये तेजी: राजेन्द्र कुमार तिवारी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने लखनऊ ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में तेजी लाने और कॉरिडोर के पहले चरण के कार्यों को शुरू करने के लिए जरूरी औपचारिकताएं जल्द पूरी कराये जाने के निर्देश दिये। तिवारी की अध्यक्षता में शनिवार को यहां हुयी बैठक में बताया गया कि प्रोजेक्ट के …
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने लखनऊ ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में तेजी लाने और कॉरिडोर के पहले चरण के कार्यों को शुरू करने के लिए जरूरी औपचारिकताएं जल्द पूरी कराये जाने के निर्देश दिये। तिवारी की अध्यक्षता में शनिवार को यहां हुयी बैठक में बताया गया कि प्रोजेक्ट के प्रथम फेज की डीपीआर प्राप्त हो गई है।
प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के लिए पी.आई.यू. का गठन किया जा चुका है। आईआईएम रोड से हार्डिंग ब्रिज के मध्य बंधा गैप 140 मी का निर्माण प्रगति पर है। यह काम इसी माह पूरा हो जायेगा। साथ ही एलाइनमेंट में आने वाली भूमि का चिन्हीकरण भी कर लिया गया है। प्रोजेक्ट को लखनऊ विकास प्राधिकरण की ओर से क्रियान्वित किया जायेगा।
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परियोजना का वित्त पोषण शासकीय विभागों की भूमि के मुद्रीकरण से कराया जायेगा। बैठक में यह भी अवगत कराया गया कि प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन चार फेज में प्रस्तावित किया गया है। पहला फेज आईआईएम से हार्डिंग ब्रिज लागत रुपये 791.37 करोड़, दूसरा फेज हार्डिंग ब्रिज से पिपराघाट लागत रुपये 1000 करोड़, तीसरा फेज पिपराघाट से शहीद पथ लागत रुपये 600 करोड़ और चौथा फेज शहीद पथ से किसान पथ तक लागत रुपये 708.63 करोड़ का प्रस्तावित है।
बैठक में प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार, प्रमुख सचिव पशुपालन और दुग्ध विकास सुधीर गर्ग, सचिव नगर विकास अनिल कुमार, मण्डलायुक्त लखनऊ रंजन कुमार सहित सभी सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी आदि उपस्थित थे।
