सीतापुर: नहीं सुनी जा रही फरियाद, कीचड़ से गुजरने को मजबूर
सकरन/सीतापुर। सीतापुर जिले की सकरन विकास खंड की ग्राम पंचायत सकरन के लोग नरकीय जीवन बिताने पर मजबूर हैं। कस्बे के अधिकतर रास्तों पर कई वर्षों से कीचड़ व जलभराव की समस्या बनी हुयी है। खराब पडे मार्गों की मरम्मत करवाने के लिये ग्रामीण प्रधान से लेकर बीडीओ तक से ग्रामीण फरियाद कर चुके हैं, …
सकरन/सीतापुर। सीतापुर जिले की सकरन विकास खंड की ग्राम पंचायत सकरन के लोग नरकीय जीवन बिताने पर मजबूर हैं। कस्बे के अधिकतर रास्तों पर कई वर्षों से कीचड़ व जलभराव की समस्या बनी हुयी है। खराब पडे मार्गों की मरम्मत करवाने के लिये ग्रामीण प्रधान से लेकर बीडीओ तक से ग्रामीण फरियाद कर चुके हैं, लेकिन मामला ढाक के तीन पात जैसा ही है।
सीतापुर जिले के बिसवां-सकरन मार्ग से रमेश यादव के घर तक, राममनोरथ मिश्र के घर से अविनेश गुप्ता के घर तक, गंगा प्रसाद शुक्ल के घर से मधुरेश मिश्र के घर तक, बाबूराम भार्गव के घर से शीतला माता मंदिर तक, रामबिलास नाग के घर से अरूण के घर तक सीसी मार्ग व खडंजों पर कई वर्षों से जलभराव व कीचड है। जिससे ग्रामीणों को आने जाने व वाहन निकालने में काफी परेशानी होती है।
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स्कूलों को आने जाने वाले छात्र -छात्राओं को भी दिक्कतों का सामना करना पडता है। ग्रामीण मनोहर लाल, वीरेन्द्र यादव, हरद्वारी लाल, राजित राम, मनोहर आदि का कहना है कि खराब पडे मार्गों को दुरूस्त करने के लिये कई बार प्रधान व पंचायत सेक्रेटरी से कहा जा चुका है, लेकिन मार्गों को ठीक नहीं करवाया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि यदि जल्द ही इन मार्गों को ठीक नही करवाया गया तो वह लोग ब्लाक मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
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