बरेली: गंदगी व कूड़े के ढेर से परेशान नगरवासी, शिकायत के बाद भी नहीं होती सफाई

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बरेली, मीरगंज, अमृत विचार। बरेली की नगर पंचायत मीरगंज के कई मोहल्लों में गंदगी का अं‍बार लगा हुआ है, जिससे बस्ती में गंभीर बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है, लेकिन नगर पंचायत प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। नगरवासियों का कहना है कि नगर पंचायत इस ओर कोई …

बरेली, मीरगंज, अमृत विचार। बरेली की नगर पंचायत मीरगंज के कई मोहल्लों में गंदगी का अं‍बार लगा हुआ है, जिससे बस्ती में गंभीर बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है, लेकिन नगर पंचायत प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। नगरवासियों का कहना है कि नगर पंचायत इस ओर कोई ध्यान नही दे रही है। इसे नगर पंचायत की उदासीनता कहें अथवा हठधर्मिता कि नगर में आबादी के मध्य गंदगी व कूड़े के ढेरों का अंबार लगा है। कूढ़ेदान कूढ़े व गन्दगी से भर गए। डाक खाने रोड पर कूड़े के ढेर लगे हैं। नगर पंचायत द्वारा रखा गया कूड़ेदान भी कूढ़े से भर गया है। नगर पंचायत ने इस ढेर को हटवाना वा गंदगी हटवाने को उचित नहीं समझा।

चर्चा है कि नगर पंचायत में क्षेत्रवासियों ने कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई सार्थक कार्रवाई नहीं होने से नगरवासियों में रोष व्याप्त है। क्षेत्र में लोगों को बुखार,ठंड आदि का प्रकोप जारी है। ऐसे में गंदगी व कूड़े के ढेर एक ओर संक्रामक रोगों को न्यौता देते प्रतीत हो रहे हैं वहीं दूसरी ओर गंदगी से उठने वाली दुर्गन्ध व उसमें पनपने वाले कीटों से लोग परेशान हैं। कस्बावासियों ने नगर पंचायत से उक्त गंदगी के ढेरों को हटवाए जाने की गुहार लगाई थी।

विनोद निवासी मोहल्ला शिवपुरी ने बताया कि मंदिर के पास गंदगी के ढेर लगे हैं और यहां गंदगी लगभग 2 सालों से ऐसे ही कूड़े के ढेर लगे हैं। सुअर घूरों के ढेर पर आकर सोते हैं और फिर गली मोहल्लों में घूमते हैं जिससे बीमारी का खतरा रहता है। उसने बताया कि गंदगी के ढेर लगे होने से उसमे से दुर्गंध उठती है।

मीरगंज नगर पंचायत लगभग 12 वार्डों में विभक्त है, लेकिन पंचायत का एक भी वार्ड ऐसा नहीं है, जहां पर गंदगी के ढेर नहीं लगे हो।
डाक खाने रोड पर कूड़े के ढेर लगें हैंडस्टबिन कूड़े से ऊपर तक भर गया है, मोहल्ला शिवपुरी में सुअर व गंदगी के ढेर लगे है। तहसील गेट के सामने नालियां चोक हैं व घूरे गंदगी के ढेर लगे हैं। यहां पर गंदगी के चलते मच्छरों की भरमार है व लोगों को बीमारियां फैलने का डर सताने लग गया है।

कस्बे में सफाई व्यवस्था को लेकर नागरिक इसके लिए नगर पंचायत को जिम्मेदार मानते हैं। लोगों को कहना है कि नगर पंचायत द्वारा सफाई अभियान नहीं चलाने के कारण जीना दूभर हो रहा है। कस्बे के कई वार्डों में तो हालात इस कदर खराब हैं कि नालियां कचरे से भरी पड़ी हुई हैं। पानी सड़कों पर बह रहा है। मंडल अध्यक्ष रामनारायण गुप्ता के घर मे बरसात का पानी घुस जाता है। कई बार उन्होंने इसकी शिकायत की है।

कर समाहर्ता राजीव गिरी ने बताया कि सफाईकर्मी रोजाना सुबह में गाड़ी से सूखा व गीला कूड़ा कचरा डोर टू डोर भरते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि ईओ द्वारा दर्जन भर सुअर पालकों को पत्र दिया गया है जिसमें कहा गया है कि इन्हें घर पर पालने और बांधकर अंदर रखें। बाहर घूमे तो कार्येवाही होगी।

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