बिजनौर : पत्नी के प्रेमी को फंसाने के लिए रखवाये थे नकली नोट, तीन गिरफ्तार

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बिजनौर,अमृत विचार। बीवी पर गलत निगाह रखने पर एक युवक ने ऐसा ताना-बाना बुना कि उसने पत्नी के प्रेमी और उसके साथियों को फंसाने के लिए अपने साथियों के सहारे कार में नकली करेंसी रखवाकर पुलिस को सूचना दे दी। मौके से पुलिस कार सहित तीन अभियुक्तों को पकड़कर थाने ले गई। जब इस मामले …

बिजनौर,अमृत विचार। बीवी पर गलत निगाह रखने पर एक युवक ने ऐसा ताना-बाना बुना कि उसने पत्नी के प्रेमी और उसके साथियों को फंसाने के लिए अपने साथियों के सहारे कार में नकली करेंसी रखवाकर पुलिस को सूचना दे दी। मौके से पुलिस कार सहित तीन अभियुक्तों को पकड़कर थाने ले गई। जब इस मामले की खुफिया विभाग एवं पुलिस टीम ने कड़ाई से पूछताछ की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आने से पुलिस भी भौचक्की रह गयी।

बुधवार को पुलिस लाइन सभाकक्ष में नकली नोटों का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक डा. धर्मवीर सिंह ने बताया कि कय्यूम पुत्र मो. यासीन निवासी बुध बाजार नूरपुर के गुलफाम, शमसाद पुत्र अकबर, मो. शमसाद पुत्र युसुफ निवासी मुरादाबाद आपस में रिश्तेदार हैं। कय्यूम को शमसाद पुत्र अकबर पर अपनी बीवी को लेकर शक गहरा गया था, जबकि गुलफाम और मो. शमसाद किसी बात को लेकर कय्यूम से रंजिश रखते थे।

कय्यूम ने बदला लेने के लिए तीनों को फंसाने की योजना बनाई और तीनों को नजीबाबाद बुलाकर अपने साथी कौशल से कार में नकली नोट रखवाकर पुलिस को सूचना दे दी। लेकिन पुलिस की पैनी नजर और खुफिया विभाग के सामने उसके इरादे धरे के धरे रह गये और पुलिस ने कय्यूम के साथी वरूण पुत्र रामनिवास, कौशल पुत्र शिव किशोर निवासीगण स्योहारा को 58000 रुपये के नकली नोटों और 4830 रुपये की बदली गयी असली करंेसी को बरामद कर तीनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया, जबकि गैंग का सरगना पवन सिंह पुत्र लाल थाना शीशगढ़ बरेली अभी फरार है।

वरुण बन गया रोहित
अपने दोस्त कय्यूम के इशारे पर उसके रिश्तेदारो को नकली करंसी में फंसाने के लिए वरूण ने अपना नाम रिश्तेदारों के सामने बदलकर रोहित रख लिया था। जिसको उसका साथी रिश्तेदारो के सामने रोहित नाम लेकर सम्बोधित कर रहा था, लेकिन पुलिस के सामने उनकी एक भी नहीं चल सकी और पुलिस व खुफिया विभाग की टीम ने उनके असली राज का पर्दाफाश कर दिया।

मार्केट में चलाते थे नकली नोट
पुलिस कप्तान डा धर्मवीर सिंह ने बताया है कि पकडे़ गये अभियुक्त एवं सरगना नकली नोटों को बाजार में चलाने का काम करते हैं जो भीड़भाड़ वाले बाजार में लोगों को धोखा देकर असली के रूप में इस्तेमाल करते हैं। नकली नोटों को बाजार में चलाने वाले युवकों को आधी कीमत पर देकर भारी मुनाफा कमाकर देश की अर्थ व्यवस्थता के साथ खिलवाड़ करते हैं, 4830 रुपये भी बाजार में लोगों को नकली नोट देकर बदले गये थे।

सर्विलांस टीम से हुआ खुलासा 
अभियुक्तों के चौकाने वाले राज का खुलासा करने में सर्विलांस टीम और खुफिया विभाग ने पकडे़ गये अभियुक्तों के सभी राज का पर्दाफाश कर दिया जिसमें स्वाट टीम निरीक्षक धीरज सिंह सोलंकी, उपनिरीक्षक जर्रार हुसैन, उपनिरीक्षक धीरज सिंह, उपनिरीक्षक जीत सिंह सहित कास्टेबल सौमबीर, सौरभ, प्रवीण चौहान, प्रवीण कुमार, आकाश कुमार आदि का विशेष योगदान रहा।

58 हजार के नकली नोट बरामद किए
पुलिस ने पकडे़ गये अभियुक्तों से करीब 58 हजार बरामद करने का दावा किया है। पुलिस कप्तान डा. धर्मवीर सिंह का कहना है कि पकडे गये अभियुक्तों से पांच सौ के ग्यारह नोट और सौ-सौ के पांच सौ पच्चीस नोट बरामद हुए हैं जिनके पास से एक सैमसंग का मोबाइल भी मिला है।

गैंग का सरगना अभी पुलिस की पकड़ से बाहर
नकली नोटों की खेप देने वाला गैंग का सरगना पवन सिंह पुत्र लाल निवासी बरेली अभी फरार होने में कामयाब हो गया है जिसके पास से नकली नोट बनाने वाले उपकरण एवं अन्य सामान का बरामद होना शेष है। पुलिस की ओर से इस मामले में फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी को लेकर तैयारिया चल रही है।

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