मुरादाबाद : आरएसएस प्रेम पर मुस्लिम डॉक्टर के खिलाफ ‘फतवा’ जारी, हत्या पर एक लाख रखा इनाम

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मुरादाबाद, अमृत विचार। राष्ट्रीय स्वयं सेवकों के पथ संचलन के दौरान घर के सामने जुलूस का स्वागत करने और पुष्प वर्षा करने पर महमूदपुर माफी में रहने वाले एक मुस्लिम डॉक्टर के खिलाफ ‘फतवा’ जारी किया गया है। ‘फतवा’ जारी करने वाला व्यक्ति उसी गांव का इमरान वारसी है। डॉक्टर की शिकायत पर मैनाठेर थाना …

मुरादाबाद, अमृत विचार। राष्ट्रीय स्वयं सेवकों के पथ संचलन के दौरान घर के सामने जुलूस का स्वागत करने और पुष्प वर्षा करने पर महमूदपुर माफी में रहने वाले एक मुस्लिम डॉक्टर के खिलाफ ‘फतवा’ जारी किया गया है। ‘फतवा’ जारी करने वाला व्यक्ति उसी गांव का इमरान वारसी है। डॉक्टर की शिकायत पर मैनाठेर थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पीड़ित डॉक्टर निजाम भारती ने पुलिस को दिए शिकायत में बताया कि वह हिन्दुस्तानी मुसलमान हैं और उनके लिए देश पहले है। उनके घर के सामने से निकल रहे आरएसएस के पथ संचलन के दौरान जुलूस पर पुष्प वर्षा हुई थी। इसी बात को मुद्दा बनाते हुए मुहल्ले में ही रहने वाले इमरान वारसी नामक व्यक्ति ने मस्जिदों और दुकानों में पर्ची डाली है। इसमें आरोपी ने उनका सिर कलम करने वाले के लिए एक लाख का इनाम देने का ऐलान किया है। इसी के साथ उसने जिले के सभी मस्जिदों और मदरसों में उन्हें नहीं घुसने देने की अपील की है। उधर, आरोपी इमरान वारसी ने इसे अपने खिलाफ साजिश बताया। कहा कि कोई उन्हें फंसाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

पर्चा बंटने के बाद से डर गया है डॉक्टर का परिवार
डॉक्टर निजाम भारती के खिलाफ भड़काऊ पर्चा बांटे जाने के बाद से पूरा परिवार भयभीत है। लोगों का घर से निकलना तक मुश्किल हो गया है। डॉ. निजाम भारती ने कहा कि उनकी जान को खतरा है। इस तरह के भड़काऊ पर्चे से समाज में वैमनस्यता बढ़ेगी। कहा कि पथ संचलन पर पुष्प वर्षा करना उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता और इच्छा है। इसमें किसी दूसरे कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए, लेकिन हाफिज इमरान वारसी ने आरएसएस को मुस्लिमों का दुश्मन बताते हुए लोगों को उकसाया।

आरोपी ने लगाया साजिश का आरोप
इमरान वारसी ने कहा कि उसने जुए सट्टे के खिलाफ चिट्ठी जारी की थी। दरअसल उसका बेटा जुआ सट्टे के चक्कर में आकर अपनी जमीन तक बेच चुका है। किसी ने साजिश के तहत उसके नाम से दूसरी चिट्ठी जारी कर दी है। उसकी गलती इतनी भर है कि यह चिट्ठी पुलिस को देने के बजाय उसने मस्जिद में डाली है।

महमूदपुर माफी में पुलिस ने किया फ्लैग मार्च
कुन्दरकी। मैनाठेर का गांव महमूदपुर माफी में पहले भी कई बार यहां माहौल खराब करने की कोशिश हो चुकी है। कुछ माह पहले ही डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को लेकर बवाल हुआ था। अब नया मामला ‘फतवे’ का है। ऐसे में किसी अनहोनी की आशंका के मद्देनजर मंगलवार को पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने गांव में फ्लैगमार्च किया। इससे गांव में फिलहाल तनाव पूर्ण शांति बनी हुई है। ‘फतवे’ का पर्चा के सार्वजनिक होने के बाद से डॉ. निजाम के प्रति लोगों का नजरिया बदल गया। लोग उनके परिवार से कटने लगे हैं। ऐसे में मैनाठेर एसएचओ ने महमूदपुर माफी के गणमान्य लोगों से संपर्क कर उनसे माहौल को शांत कराने की अपील की।

घर से नहीं निकले निजाम के बच्चे
फतवे की घटना के बाद मूल रूप से अलीगढ़ के रहने वाले निजाम भारती के बच्चे दो दिन से स्कूल नहीं गए। इसी बीच डॉ. निजाम की क्लीनिक पर भी कोई आदमी इलाज के लिए नहीं पहुंचा। उनका अपनी पत्नी शबनम निजाम भारती, तीन बेटियों निशा भारती, अदीबा भारती, नेहा भारती और दो बेटों अनस और अब्दुल्ला के साथ पूरे दिन घर के अंदर ही रहे। बड़ी बेटी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की छात्रा है। इसलिए वह वहीं रहती है। बाकी बच्चे महमूदपुर में ही रहते हैं। डॉ. निजाम भारती ने बताया कि पर्चा बांटे जाने की घटना के बाद से पूरा परिवार डरा हुआ है। इससे उनके रोजगार पर भी बुरा असर पड़ा है। सामान्य दिनों में उनके यहां रोज 25-30 लोग इलाज के लिए आ ही जाते थे।

सोशल मीडिया पर सुरक्षा की मांग
डॉ. निजाम भारती के खिलाफ फतवा जारी होने की सूचना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इस प्लेटफार्म पर बड़ी संख्या में लोगों ने टिप्पणी की है। इसमें कई लोगों ने मुरादाबाद पुलिस से तत्काल डॉ. भारती को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग कर रहे हैं। इसी के साथ मुख्य आरोपी और उसके साथियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया कई यूजर्स का मानना है कि इस प्रकार के फतवे से लोगों में वैमनस्यता बढ़ेगी।

= महमूदपुर माफी गांव का है मामला
= डॉक्टर की शिकायत पर मुकदमा दर्ज
= मस्जिद,मदरसों में नहीं घुसने देने की अपील
=तनाव को देखते हुए पुलिस ने किया फ्लैगमार्च

मैं तालिबानी नहीं-डॉ. निजाम भारती
फतवे की चिट्ठी सार्वजनिक होने के बाद पीड़ित डॉक्टर निजाम भारती ने कहा कि वह कोई तालिबानी नहीं, बल्कि हिन्दुस्तानी मुसलमान हैं। वह पांच वक्त की नमाज पढ़ते हैं और रोजा रखते हैं। लेकिन उनके लिए देश पहले है। इस्लाम भी यही कहता है। आरोप लगाया कि आरोपी इमरान वारसी अपराधी प्रवृति का है। वह अक्सर इस तरह की हरकतें करता रहता है। पहले भी उसने इसी प्रकार चिट्ठी डाली थी। इस बार तो चिट्ठी डालते वह सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुआ है। इसकी फुटेज पुलिस को उपलब्ध करा दी गई है।

तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जरूरी पूछताछ के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया है। -बबलू कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक

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