मुरादाबाद : फिर गूंजेगी माउंटेड पुलिस के घोड़ों की टाप, एक माह बाद पूरा होगा प्रशिक्षण
मुरादाबाद,अमृत विचार। डॉक्टर भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी, मुरादाबाद से अच्छी खबर है। 23 वर्षों बाद यूपी पुलिस को 86 नए घुड़सवार मिलने वाले हैं। घुड़सवारों का छह माह का प्रशिक्षण 22 मई को पूरा होने वाला है। प्रशिक्षण पूरा होते ही यूपी में माउंटेड पुलिस के घोड़ों की टाप गूंजने लगेगी। घोड़ों की कमी से …
मुरादाबाद,अमृत विचार। डॉक्टर भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी, मुरादाबाद से अच्छी खबर है। 23 वर्षों बाद यूपी पुलिस को 86 नए घुड़सवार मिलने वाले हैं। घुड़सवारों का छह माह का प्रशिक्षण 22 मई को पूरा होने वाला है। प्रशिक्षण पूरा होते ही यूपी में माउंटेड पुलिस के घोड़ों की टाप गूंजने लगेगी।
घोड़ों की कमी से यूपी की माउंटेड पुलिस लंबे समय से जूझ रही है। 23 साल से न तो घोड़े की खरीद की गई और न ही शाइस्त व ग्रास कटर की भर्ती हुई। सेना से पुराने घोड़े लंबे समय से पुलिस अस्तबल की शोभा बढ़ा रहे हैं। बूढ़े हो चले इन घोड़ों के कंधे पर ही प्रशिक्षण व वार्षिक हार्स कम्पटीशन का भार है। शासन की उपेक्षा की शिकार माउंटेड पुलिस को 2021 में तब राहत की सांस मिली, जब शासन ने घुड़सवार पुलिस के 102 पद पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की। इसके सापेक्ष 88 प्रशिक्षु का चयन हुआ। पांच माह पहले पुलिस अकादमी में घुड़सवार पुलिस का छह माह का प्रशिक्षण शुरू हुआ। अब तक दो प्रशिक्षु प्रशिक्षण छोड़ चुके हैं। एक माह बाद 86 प्रशिक्षुओं की ट्रेनिंग पूरी होगी।
रेसकोर्स में बहा रहे पसीना
घुड़सवार पुलिस के 86 जवान बीते पांच माह से डा. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी के रेसकोर्स में पसीना बहा रहे हैं। आरआइ एमपी प्रेमबाबू ने बताया कि माउंटेड पुलिस के जवानों को कांस्टेबल घुड़सवारी का प्रशिक्षण एक साथ दिया जा रहा है। शारीरिक दक्षता के अलावा सभी कांस्टेबल को बल्लमबाजी, तलवारबाजी, क्रासकंट्री, जंप, रेस की ट्रेनिंग दी जा रही हैं। इसके अलावा घोड़े व अस्बल की देखरेख का गुर भी बताया जा रहा है।
1998 में हुई थी घुड़सवार पुलिस की भर्ती
डॉ.भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी में घुड़सवारों
की ट्रेनिंग जारी हैं। इसके पहले 1998 में मुरादाबाद पुलिस ट्रेनिंग स्कूल से घुड़सवारों के अंतिम दल ने
ट्रेनिंग पूरा की थी। जिसमें से केवल 10 घुड़सवार पुलिसकर्मियों को ही प्रशिक्षित किया गया था। तब से
अब तक पुलिस घुड़सवारी दल का कोई प्रशिक्षण नहीं हुआ।
152 घोड़ों की होगी खरीद
उत्तर प्रदेश पुलिस घोड़ों की संख्या में इजाफा करने वाली है। फिलहाल यूपी पुलिस के बेड़े में करीब डेढ़ सौ घोड़े शामिल हैं। 152 नए घोड़ों के खरीद की प्रक्रिया शुरू हो गई हैं। एडीजी लाजीस्टिक के नेतृत्व में यूपी पुलिस की टीमें देश के विभिन्न प्रदेशों में अच्छे नश्ल के घोड़ों की तलाश में जुटी हैं। राजस्थान, पंजाब, दिल्ली व यूपी में घोड़ों की तलाश जारी है।
सईस व ग्रास कटर की भारी कमी
माउंटेड पुलिस सिर्फ घुड़सवार की कमी से ही नहीं जूझ रही, बल्कि सईस व ग्रास कटर का भी अकाल है। डा. भीमराव आंबेडकर पुलिस अकादमी के अस्तबल में फिलहाल 35 घोड़े हैं। 115 घोड़े सीतापुर पीटीसी व प्रदेश के विभिन्न जिलों में मौजूद हैं। मुरादाबाद व सीतापुर में दो घोड़े पर एक सईस हैं। जिलों में यह अनुपात एक घोड़े के सापेक्ष पांच अथवा छह का है। अब जबकि शासन नए घोड़े खरीदने की योजना बना रहा है। तब सईस व ग्रास कटर की जरूरत बढ़ने से इंकार नहीं किया जा सकता।
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