मुरादाबाद : कारागार से मिलेगा कुशांक गुप्ता के कातिल का सुराग, पुलिस ने बिछाए तार
मुरादाबाद,अमृत विचार। कारोबारी कुशांक गुप्ता के कातिल का सुराग नहीं मिल रहा है। कुशांक की हत्या क्यों और किसने की? यह सवाल अनुत्तरित है। वारदात के चार माह बाद पुलिस को भी यकीन हो चला है कि कुशांक के असली कातिल को बेपर्दा करने के लिए पहले शूटर की तलाश करनी होगी। शूटर से ही …
मुरादाबाद,अमृत विचार। कारोबारी कुशांक गुप्ता के कातिल का सुराग नहीं मिल रहा है। कुशांक की हत्या क्यों और किसने की? यह सवाल अनुत्तरित है। वारदात के चार माह बाद पुलिस को भी यकीन हो चला है कि कुशांक के असली कातिल को बेपर्दा करने के लिए पहले शूटर की तलाश करनी होगी। शूटर से ही पता चलेगा कि कुशांक की हत्या किसने की।
शूटर तक पहुंचने के प्रयास में पुलिस उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है, जो पश्चिम यूपी में सुपारी किलिंग व इससे जुड़ी गतिविधि पर गिद्धि दृष्टि रखते हैं। उन तक पहुंचने के प्रयास में ही पश्चिम यूपी व उत्तराखंड की जेलों तक मुखबिरों की मदद से पहुंचने की योजना पुलिस बना रही है।
महानगर की रामगंगा विहार कॉलोनी में 12 जनवरी 2022 की रात साढ़े आठ बजे स्पोर्ट्स सामान के कारोबारी कुशांक की हत्या की गई। उनकी दुकान के बाहर सिर में गोली मारी गई थी। मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने हिमांशु गोयल व उसके भाई प्रियांशु गोयल पर अभियोग दर्ज किया। दोनों आरोपी पुलिस को घर पर सोते मिले। सगे भाइयों को जेल तो भेज दिया गया, लेकिन शव, घटनास्थल व सीसीटीवी फुटेज से मिले संकेत कुछ और ही संकेत दे रहे थे। इसके आधार पर ही पुलिस ने माना कि कुशांक की हत्या गहरी साजिश का परिणाम है। कारोबारी की योजनाबद्ध तरीके से हत्या की गई है। हत्या में शूटर के शामिल होने की आशंका पुलिस ने जताई।
मोबाइल से नहीं मिली मदद
कुंशाक के मोबाइल से कातिल तक पहुंचने की पुलिसिया कोशिश परवान नहीं चढ़ी। मोबाइल ने पुलिस की मदद नहीं की। यही वजह भी रही कि हत्या की गुत्थी उलझती चली गई। परिजनों के दावे व घटना में विरोधाभास ने पुलिस को गुमराह कर दिया। यही वजह है कि पुलिस अब भी भ्रम में है। हालांकि घटना में सुपारी किलर के शामिल होने का पुलिस को पक्का यकीन हो चला है। हाईप्रोफाइल हत्याकांड में किसी बड़े व्यक्ति के शामिल होने तक का अंदेशा पुलिस जता रही है, इसलिए महानगर के उन हाईप्रोफाइल लोगों का आपराधिक अतीत व वारदात के वक्त की गतिविधि भी खंगाली जा रही है, जिनका कुशांक से किसी न किसी रूप में टशन रहा है।
एसपी क्राइम अशोक कुमार ने बताया कि अब तक की जांच से जो संकेत मिला है, उससे वारदात में सुपारी किलर के शामिल होने की आशंका है। सुपारी किलर तक पहुंचने की कोशिश जारी है। मुरादाबाद समेत पश्चिम यूपी की विभिन्न जेलों के अलावा उत्तराखंड की जेलों पर भी पुलिस की नजर है। मुखबिरों की मदद से असल कातिल तक पहुंचने का प्रयास जारी है।
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