कानपुर: घरों में कैद हुए 15 गांव के लोग, पटाखे फोड़कर तेंदुए को दूर भगाने का प्रयास कर रहे ग्रामीण
कानपुर। तेंदुए की दहशत भगवानदीन पुरवा, भोपालपुरवा, बनियापुरवा, दुर्गापुरवा से 15 गांवों तक फैल गई है। ग्रामीण घरों में कैद है। कोई भी खेत तक जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। मादा तेंदुआ अपने दो शावकों के साथ कटरी में चहलकदमी कर रही है। वन विभाग के अधिकारियों ने 2 पिंजड़ों के बाद …
कानपुर। तेंदुए की दहशत भगवानदीन पुरवा, भोपालपुरवा, बनियापुरवा, दुर्गापुरवा से 15 गांवों तक फैल गई है। ग्रामीण घरों में कैद है। कोई भी खेत तक जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। मादा तेंदुआ अपने दो शावकों के साथ कटरी में चहलकदमी कर रही है। वन विभाग के अधिकारियों ने 2 पिंजड़ों के बाद 4 नाइट विजन कैमरे भी क्षेत्र में लगा दिए हैं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिली।
कटरी क्षेत्र में मादा तेंदुआ अब तक एक बछड़े और सूअर का शिकार कर चुकी है। इस वजह से ग्रामीणों ने अपने मवेशी घरों के अंदर बांधने शुरू कर दिए हैं। 10 किलोमीटर की रेंज में आने वाले गांवों के ग्रामीणों को सतर्कता बरतने को कहा गया है। डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट ऑफिसर अरविंद यादव ने कहा मादा तेंदुआ गंगा किनारे किसी ठंडे स्थान पर छिपी है।
गर्मी की वजह से वह रात में शिकार को शावकों संग निकलती है। पंजे के निशान भी मिले हैं। नाइट विजन कैमरे से निगरानी कर रहे प्रभागीय वन अधिकारी अरविंद यादव ने कहा कि जंगल में पटाखे फोड़कर और कनस्तर बजाकर तेंदुआ खोजने की कोशिश की जा रही है। झाड़ियों और मिट्टी की सुरंगों में भी तलाशा जा रहा है।
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