Sleeping In Swing: अगर आप भी अपने बच्चों को झूले में सुलाते हैं, तो हो जाएं सावधान, होते हैं ये बड़े नुकसान
डॉक्टर्स भी बच्चों को झूले में न झुलाने की सलाह देते हैं।
बच्चों को भगवान का रूप माना जाता है। उनके जन्म लेते ही सबसे पहले उसके लिए झूला ही आता है। अपने बच्चों को
Baby Sleeping In Swing: बच्चों को भगवान का रूप माना जाता है। उनके जन्म लेते ही सबसे पहले उसके लिए झूला ही आता है। अपने बच्चों को सुलाने के लिए ज्यादातर पैरेंट्स झूले का इस्तेमाल करते हैं। बच्चे भी झूला झूलते झूलते बड़ी ही आसानी से सो जाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चों को झूले में सुलाना उनके लिए खतरनाक हो सकता हैं। जी हां बच्चों को झूले में सुलाने की जगह समतल जमीन पर सुलाना चाहिए। डॉक्टर्स भी बच्चों को झूले में न झुलाने की सलाह देते हैं।
एक रिसर्च के मुताबिक, छोटे बच्चों को झूले पर नहीं सुलाना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि झूले की सतह ऊपर-नीचे होती है, जिसकी वजह से बच्चों के सोने का पोश्चर प्रभावित हो सकता है। यदि बच्चे को झूले में सुलाया जाए तो सिर के आगे की तरफ झुकने के कारण उन्हें सांस लेने में दिक्कत भी महसूस हो सकती है। इसके अलावा डॉक्टर्स की मानें तो अगर बच्चे के सोने का तरीका गलत होता है तो उन्हें सडन इंफेंट डेथ सिंड्रोम (SIDS) की समस्या भी हो सकती। ऐसे में आइए जानते हैं बच्चों को झूले में सुलाने के क्या होते हैं नुकसान।
ये भी पढ़ें- Health Tips: डायबिटिक मरीजों के लिए रामबाण है ब्लैक राइस, ब्लड शुगर रहेगा कंट्रोल
बच्चों को झूले में सुलाने का हो सकता है ये नुकसान
विकास पर पड़ता है बुरा असर
छोटे बच्चों को झूले में सुलाने से उनके विकास पर बुरा असर पड़ सकता है। बता दें, ज्यादातर समय बच्चे को झूले पर सुलाने से उनकी दूसरी गतिविधियां रुक सकती हैं, जिससे उनके विकास पर प्रभाव पड़ सकता है। अगर बच्चे को झूले की जगह किसी सपाट स्तर पर सुलाया जाए तो वह न केवल गतिविधियों को करने के लिए आजाद रहेंगे बल्कि इससे घुटने के बल चलने की आदत से छुटकारा और हड्डियों में मांसपेशियों का विकास दोनों अच्छे से होगा।
मांसपेशियां हो सकती हैं कमजोर
बच्चे को झूले पर सुलाने से उनकी मांसपेशियां कमजोर हो सकती है। मांसपेशियों के कमजोर होने पर बच्चे ना अपनी गर्दन को सीधा रख पाते हैं और ना ही अपने सिर को सहारा दे पाते हैं। ऐसे में जब हम बच्चे को किसी सपाट जगह पर सुलाते हैं तो इससे बच्चों की गर्दन को सहारा मिलता है।
प्लेगियोसेफली पोजिशनल की समस्या
बच्चों को ज्यादा समय तक झूले में सुलाने से उन्हें प्लेगियोसेफली पोजिशनल की समस्या हो सकती है। इस समस्या मंक बच्चे का सर एकदम चपटा महसूस होने के साथ बच्चे की सिर की गतिविधियां भी कम होने लगती हैं। जिसकी वजह से बच्चा अपना सिर चारों तरफ ठीक से नहीं घुमा पाता है।
घुटन की समस्या
बच्चे को ज्यादातर समय झूले पर लिटाने से उन्हें घुटन की समस्या भी हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि पालने में सुलाने की वजह से बच्चे के सिर के वजन का दबाव उसकी गर्दन पर पड़ सकता है। जिससे बच्चे को गर्दन से जुड़ी समस्या भी हो सकती है।
खट्टी डकार
झूले पर लिटाने से बच्चे को खट्टी डकार यानी एसिड रिफ्लक्स की समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है। कई बार बच्चा लुढ़कते हुए झूले पर पेट के बल लेट जाता है। ऐसे में लंबे समय तक ऐसी ही स्थिति में रहने से उसे खट्टी डकार की समस्या हो सकती है।
ये भी पढ़ें- Health Tips: दूध के साथ इन चीजों का भूलकर भी न करें सेवन, हो सकती है ये गंभीर बीमारी
