अयोध्या : अब स्कूलों के विद्यार्थी लाएंगे खेती- किसानी के क्षेत्र में क्रांति
माध्यमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को सिखाया जा रहा जैविक खेती का गुर
कृषि योग्य भूमि की पहचान कर खेती करने व जैविक कीटनाशकों का प्रयोग करने के बताए जा रहे तरीके
अमृत विचार, अयोध्या। अब माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र- छात्रा भी खेती किसानी के क्षेत्र में क्रांति लाएंगे। माना जा रहा है कि विद्यालय में पढ़ने वाला लगभग हर बच्चा ग्रामीण परिवेश से जुड़ा हुआ है और उनके परिवारीजन खेती करते हैं।
ऐसे में यदि छात्रों को भी जैविक खेती करने की शिक्षा दी जाएगी तो इससे भविष्य में उनके परिवार के लोग साग सब्जियों, फलों व चावल आदि की जैविक खेती कर लाभदायक फसल के उत्पादन में सहायक साबित हो सकेंगे।
श्रीराम वल्लभा इंटर कॉलेज ड्योढ़ी के वरिष्ठ अध्यापक आलोक तिवारी का कहना है कि इस समय सब्जियों व फलों में कीटनाशक दवाएं मिल रही हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हैं। स्कूलों में जैविक खेती के लिए इसलिए प्रेरित किया जा रहा है कि वे स्वयं की खेती में कीटनाशक दवाओं का उपयोग न करें।
बच्चे अपने माता पिता को बताएं कि जो भी खेती की जाती है उसमें किस मात्रा की कमी है उसकी मिट्टी की जांच कैसे की जाती है। छात्रों से बताया गया है कि वे हमे अपने खेत की मिट्टी लाकर दें। उसे जिला स्तर पर प्रयोगशाला से जांच कराकर उसमें क्या कमी है पता करते हुए जैविक खाद लाकर डाला जाए ताकि उससे उत्पन्न सब्जी व फल फूल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सके।
छात्रों के जरिये सीधे किसानों से जुड़ने का प्रयास
शिक्षा विभाग की ओर से कृषि विभाग के सहयोग से शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बहुत से माध्यमिक विद्यालयों में कृषि की शिक्षा दी जाती है। कृषि के छात्रों को विशेष रूप से खेती किसानी के तौर तरीके बताए जा रहे हैं। आर्गेनिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए छात्रों को इसलिए चुना गया है ताकि आने वाले दिनों में छात्र जो ग्रामीण परिवारों से जुड़े हैं, उनके माध्यम से सीधे किसानों से जुड़ सकते हैं।
संस्कृत महाविद्यालय में बच्चों को सिखाए जैविक खेती के गुर
विश्व मृदा दिवस पर गुरुकुल महाविद्यालय में वैदिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए कार्यक्रम हुआ। शिक्षा विभाग की ओर से आर्गेनिक खेती को लेकर छेड़ी गई मुहिम की अगुवाई कर रहे वित्त एवं लेखाधिकारी माध्यमिक वीरेश कुमार वर्मा का कहना है कि विश्व मृदा दिवस पर पर मृदा की महत्ता मृदा प्रदूषण से बचाने व उससे संरक्षित करने के उद्देश्य से और वर्तमान की जीवन शैली से बच्चों को बचाने के लिए आर्गेनिक खेती कैसे की जाती है और उसके लाभ क्या है सहित अन्य बिंदुओं को प्रशिक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे बच्चों के माध्यम से आर्गेनिक खेती का प्रचार-प्रसार हो सके। इस अवसर पर शिक्षक नेता राम अनुज तिवारी, विनोद कुमार मिश्र व डॉ. रंजीत वर्मा ने भी विचार व्यक्त किये।
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