बरेली: मंडी प्रशासन की सख्ती, संदल खां में नहीं लगा मछली बाजार

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Published By Om Parkash chaubey
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नरियावल उप मंडी में आवंटित दुकानों में आढ़ती शिफ्ट करने लगे कारोबार, लंबे समय से मछली मंडी हटाए जाने को लेकर चल रहा था विरोध

बरेली, अमृत विचार। मंडी प्रशासन की सख्ती के बाद किला के बाजार संदल खां में घनी आबादी के बीच लग रहा मछली बाजार शनिवार को बंद रहा। आढ़ती सगीर अहमद का सबसे बड़ा कारोबार था, उसने अपनी आढ़त नरियावल उप मंडी में आवंटित दुकान में शिफ्ट कर ली। इसके अलावा अन्य आढ़ती भी रविवार को अपना कारोबार शिफ्ट करेंगे।

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यहां फिर कारोबार न हो इसलिए मंडी सचिव ने मछली बाजार में दो गार्ड भी तैनात कर दिए हैं। जो सुबह से लेकर शाम तक मुस्तैद दिखाई दिए।  बाजार संदल खां से मछली आढ़तों को नरियावल मंडी में स्थानांतरण करने की कवायद कई वर्षों से चल रही है। कांग्रेस श्रम विभाग के प्रदेश सचिव तारिक शहजाद इस बाजार को हटवाने के लिए लंबे समय से प्रयासरत थे।

2015 में उन्होंने जनहित याचिका हाईकोर्ट में दायर की थी। जिसके बाद न्यायालय ने 2016 में मंडी आबादी से शिफ्ट करने का निर्णय जिलाधिकारी की ओर से लेने की बात कही। इसके बाद दूसरी याचिका फिर साल 2017 में की गई। जिसमें कहा गया कि प्रशासन चाहे तो एक नीति के तहत मंडी हटा सकता है।

इसके बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर जून 2022 में लाइसेंस नरियावल मंडी के लिए शिफ्ट कर दिए, लेकिन आढ़ती डटे रहे। बीते दिनों जब उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ डीडी मंडी से शिकायती की तो अगले ही दिन मंडी सचिव अनिल कुमार फोर्स के साथ पहुंचे और आढ़तें बंद कर नरियावल शिफ्ट करने की बात कही। निर्धारित समय में सभी आढ़तें नहीं हटने पर शनिवार को फिर मंडी प्रशासन से फोर्स पहुंचा तो आढ़तियों ने कार्रवाई के डर से दुकानों के शटर नहीं उठाए।

लाइसेंस निरस्त होगा, जुर्माना भी वसूलेंगे: मंडी सचिव अनिल कुमार ने बताया कि आढ़तें निर्धारित समय में शिफ्ट नहीं करने पर लाइसेंस निरस्त करने के साथ ही जुर्माना वसूलने की चेतावनी दी गई थी। इसी क्रम में आढ़तें आवंटित स्थल पर शिफ्ट की जाने लगी। बताया कि इस दौरान कारोबार करने वाले कई दुकानदारों से जुर्माना भी वसूला गया। रविवार शाम तक सभी आढ़तें नरियावल में शिफ्ट हो जाएंगी।

जिनकी दुकानें आवंटित नहीं उनको भी मिलेगी जगह: वर्तमान में 29 आढ़तियों के पास लाइसेंस हैं जबकि कारोबार करीब 40 व्यापारी कर रहे हैं। वहीं, नरियावल उप मंडी में इनमें 16 आढ़तियों को ही दुकानें आवंटित हैं। शेष लाइसेंसधारी आढ़ती जो कारोबार करते आ रहे हैं, उनके लिए मंडी प्रशासन का दावा है कि उन्हें भी मंडी में बैठने की व्यवस्था कराई जाएगी।

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