कानपुरवासियों के लिये राहत भरी खबर, घंटाघर पुल के समानांतर बनेगा दूसरा पुल, यातायात को मिलेगी रफ्तार
कानपुर में घंटाघर पुल के समानांतर बनेगा दूसरा पुल।
कानपुर में घंटाघर पुल के समानांतर दूसरा पुल बनेगा। इससे यातायात को रफ्तार भी मिलेगी। सेंट्रल का री-डेवलपमेंट शुरू होने के बाद,पुल की भी योजना तैयार की जाएगी।
कानपुर, अमृत विचार। सेंट्रल के रीडेवलपमेंट शुरू होने के साथ ही नौ दशक पुराने घंटाघर पुल के सामानांतर पुल बनाने की योजना ने गति लेनी शुरू कर दी है। मुख्य शहर को दक्षिण और जीटी रोड से जोड़ने वाले इस पुल की स्थिति हो चुकी है। रेलवे ने भविष्य में बढ़ने वाले वाहनों के दबाव को देखते हुए समारनांतर पुल की योजना तैयार कर इसमें नगर निगम और केडीए को भी शामिल किया जाएगा।
सेंट्रल के विश्वस्तरीय बनने के बाद रेलगाड़ियों की संख्या में इजाफा होने साथ ही यात्रियों का दबाव भी बढ़ जाएगा। मौजूदा समय में घंटाघर की ओर से सेंट्रल में प्रवेश करने में वाहन सवारों को पसीना छूट जाता है। अब यह स्थिति है तो पांच वर्ष बाद स्थिति बदतर हो जाएगी।
जाम के चलते सेंट्रल पहुंचना दूभर
वर्ष-1931 में बने इस दो लेन के पुल से रोजाना चार लाख से ज्यादा वाहन गुजरते हैं। आज से नब्बे वर्ष पहले बनाया गया यह पुल वाहनों की लगातार बढ़ रही संख्या के सामने बौना साबित हो रहा है। हालात यह हैं कि चौबीसों घंटे यहां वाहन रेंगते रहते हैं। गत 20 मई को एक सिटी बस टूटी बाउंड्रीवाल के चलते नीचे गिर गई थी। खाली आवास होने के कारण कोई हादसा नहीं हुआ और बस में बैठे 16 लोग बच गए थे। इसके बाद भी टूटी बाउंड्रीवाल को ठीक करने की सुध किसी भी विभाग को नहीं आई।
पुल हुआ जर्जर
पुल के दोनो ओर रेलिंग टूट गईं हैं। बीचोबीच लगे गाटर गल चुके हैं जिनमें से नीचे से गुजरती रेललाइन दिखती है। रेललाइन के ऊपर पुल की रोड बदहाल हो चुकी है।
मेट्रो कनेक्टिविटी से भी बढ़ेगा दबाव
आईआईटी से नौबस्ता कारीडोर में घंटाघर में भी अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। मेट्रो स्टेशन शुरू होने के बाद सेवा का उपयोग करने वाले यात्रियों में इजाफा होगा। इससे एंट्री प्वाईंट पर दबाव और बढ़ जाएगा।
मुहाने पर हमेशा लगा रहता है जाम
सेंट्रल के प्रवेश द्वार पर टेंपो,आटो,ई-रिक्शा,ई-बस और सिटी बस के खड़े होने की वजह से हमेशा यहां पर जाम की स्थिति बनी रहती है। दो लेन की इस सड़क पर चौबीसों घंटे होने वाली रेलमपेल से यहां से निकला मुश्किल हो जाता है।
रीडेवलपमेंट होने के बाद सेंट्रल पर रेलगाड़ियों की संख्या में भी इजाफा होगा। मालगाड़ी को यहां से हटा कर थ्रू लेन पर डालने की योजना है।
कैंट की ओर सार्वजिनक वाहनों की संख्या ना के बराबर है। यात्रियों की भीड़ घंटाघर से ही हर दिशा में जाने के लिए बस,टेंपो पकड़ती है। इसके लिए समानांतर पुल बनाना बहुत जरूरी है। रीडेवलमेंट प्लान में नगर निगम और केडीए के अधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा।- संतोष त्रिपाठी,एसीएम,कानपुर सेंट्रल
