अयोध्या: सर्द रातों में सिसकियां भर रही दुखना, शरारती तत्वों ने जला दी थी झोपड़ी, नहीं मिली कोई मदद

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Published By Deepak Mishra
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अमृत विचार, मिल्कीपुर, अयोध्या। कुमारगंज थाना क्षेत्र के तेंधा गांव की 70 वर्षीय दलित दुखाना सर्द रात में ठिठुरने को मजबूर है। शुक्रवार रात शरारतीतत्वों द्वारा उसकी झोपड़ी फूंके जाने के बाद अभी तक उसे कोई सरकारी मदद नहीं मिली है, न ही पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया है। गांव वाले थोड़ी बहुत सहायता कर दे रहे हैं लेकिन भीषण ठंड में दुखना के पास सर छिपाने के लिए छत नहीं है।

शरारतीतत्वों ने यह वारदात तब अंजाम दी जब वह अपनी झोपड़ी में सो रही थी। वह तो गनीमत रही कि ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर काबू पा उसे बचा लिया। वृद्ध महिला के झोपड़ी में रखे गृहस्थी का संपूर्ण सामान जलकर राख हो चुका है। वृद्ध महिला के पास अब इस कड़ाके की ठंड से अपने को बचाने के लिए कोई वस्त्र तथा खाद्य सामग्री नहीं है जिससे उसका जीवन यापन हो सके।

क्षेत्रीय लेखपाल महेंद्र कुमार तिवारी ने महिला के झोपड़ी में हुए अग्निकांड की रिपोर्ट तहसील प्रशासन को सौंप दी है। कोटेदार श्रवण कुमार पाठक ने अग्नि पीड़ित को 20 किलो चावल की व्यवस्था की है। स्थानीय लोगों की माने तो वृद्ध महिला दुखना के दो बेटे हैं जो उनसे दूर रहते हैं। बेटों का उनसे कोई भी लेना देना नहीं है। वह कहती हैं कि भईया जब नाम ही दुखना है तो दुख सहना ही पड़ेगा। क्षेत्रीय लेखपाल का कहना है कि सोमवार के बाद ही कुछ हो सकता है।

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