उत्तर प्रदेश की 80 सीटें जीतने का रोडमैप तैयार

Amrit Vichar Network
Published By Sanjay Kumar
On

भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक

लखनऊ। भाजपा की दो दिवसीय कार्यकारिणी की बैठक सोमवार को दिल्ली में शुरू हुई। बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव, खासतौर से उत्तर प्रदेश की 80 सीटों को लेकर चर्चा करते हुए रोडमैप तैयार किया गया। बैठक के दौरान इन सीटों पर जीत हासिल करने को प्रदेश संगठन व सरकार की ओर से बनाई गई कार्ययोजना केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष रखी गई।

दरअसल, उत्तर प्रदेश के तकरीबन एक लाख 62 हजार बूथों में 40 हजार ऐसे बूथ हैं, जहां भाजपा कमजोर है। संगठन स्तर पर इन्हें चिन्हित कर केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी गई कार्ययोजना में शामिल किया गया है। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी व महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह मौजूद रहे। भाजपा इस बार लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की शत-प्रतिशत सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है।

इसके तहत लोकसभा की 14 कमजोर सीटों पर विजय पताका फहराने को लेकर भी गंभीर चर्चा हुई। लक्ष्य हासिल करने में कोई कसर न रह जाए, इसके लिए सरकार और प्रदेश संगठन में बदलाव और उसमें जातिगत समीकरण पर विशेष जोर दिया गया। विभिन्न जातियों के बड़े चेहरों को संगठन में तरजीह देने की भी बात हुई। पूर्व के चुनावों में अनुसूचित जाति के मतदाताओं का भाजपा की ओर झुकाव से उत्साहित पार्टी नेतृत्व इस बार जाटव वोटों पर भी फोकस करने की तैयारी में है। इसको लेकर भी मंथन हुआ।

यह माना जाता है कि लोकसभा चुनाव में दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से ही होकर गुजरता है। इसको ध्यान में रखकर पार्टी प्रदेश में सभी कील-कांटे दुरुस्त करने में जुटी हुई है। बैठक में जेपी नड्डा का कार्यकाल बढ़ने के भी संकेत मिले। दरअसल, उत्तर प्रदेश के लिए नड्डा काफी प्रभावी रहे हैं। 2019 में जब यूपी के प्रभारी थे, उस समय भाजपा 64 सीटें जीतने में कामयाब रही थी।

ये भी पढ़ें : लखनऊ : यजदान अपार्टमेंट के आवंटियों को रेरा देगा राहत

संबंधित समाचार