Kanpur : सूखे पत्तों से छिपाई गई थी तिजोरी, चिड़ियाघर के लकड़ी के पुल के नीचे से बरामद

कानपुर के चिड़ियाघर से चोरी की गई तिजोरी बरामद।

Kanpur : सूखे पत्तों से छिपाई गई थी तिजोरी, चिड़ियाघर के लकड़ी के पुल के नीचे से बरामद

कानपुर के चिड़ियाघर से चोरी तिजारी चिड़ियाघर में ही लकड़ी के पुल के नीचे से बरामद की गई। आरोपी तिजोरी को टूटी साइकिल के कैरियर पर रखकर ले गए थे।

कानपुर, अमृत विचार। नवाबगंज थानाक्षेत्र अंतर्गत चिडिय़ाघर के कैश रूम से चोरी की गई रुपयों से भरी  तिजोरी सोमवार को परिसर से ही बरामद कर ली गई है। पुलिस ने बताया कि चोर रात के समय तिजोरी को बाहर ले जाने की फिराक में थे, लेकिन सफल नहीं हो सके। तिजोरी को तोड़ने का प्रयास भी किया गया था लेकिन ताला नहीं टूटा। पुलिस की टीम को छह लाख रुपये कैश तिजोरी में सुरक्षित मिल गए हैं।

हालांकि, चोर पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके हैं। जांच में कुछ विभागीय कर्मचारी शक के दायरे में हैं। अब तक की जांच में यह भी सामने आया है कि प्रशासनिक भवन के पीछे रखी टूटी साइकिल के कैरियर पर रखकर तिजोरी को ले जाया गया है। पुलिस को कई स्थानों पर साइकिल के टॉयर के निशान मिले हैं। तिजोरी के वजन से पुलिस अंदाजा लगा रही है कि कम से कम तीन से चार लोग होंगे जिन्होंने तिजोरी को साइकिल पर मदद के लिए पकड़ा होगा। यह घटना रात करीब साढ़े बारह बजे के आसपास होने का अंदेशा पुलिस जता रही है।  

गणतंत्र दिवस पर चिडिय़ाघर को 5.95 लाख रुपये की आय हुई थी। यह रकम प्रशासनिक भवन के अंदर ढाई कुंतल वजनी एक तिजोरी में रखी गई थी। देर रात चोर पूरी तिजोरी ही उठा ले गए। ताज्जुब की बात यह है कि इस दौरान दरवाजे का ताला तक नहीं टूटा और सीसीटीवी भी बंद मिले। पुलिस को चिडिय़ाघर की तिजोरी चोरी होने की सूचना भी करीब 24 घंटे विलंब से दी गई। ऐसे में साफ संकेत मिल रहे थे कि चोरी में चिडिय़ाघर से ही जुड़े कर्मचारी शामिल हैं।

संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि पुलिस ने चिडिय़ाघर परिसर के अंदर से ही तिजोरी बरामद कर ली है। यह तिजोरी उन्हें लेख व्यू स्थित लकड़ी के पुल के पास से बरामद हुई, जिसे सूखे पत्तों से छिपाकर रखा गया था। 

सजगता और सटीक आंकलन से बरामद हुई तिजोरी 

पुलिस की सजगता और सटीक आंकलन के चलते तिजोरी बरामद हुई। पुलिस को पता था कि तिजोरी वजनी है, ऐसे में उसे चिडिय़ाघर से बाहर ले जाने के लिए किसी वाहन का प्रयोग किया जाएगा। थाना प्रभारी नवाबगंज प्रमोद कुमार पांडेय ने बताया कि इस संभावना को देखते हुए पुलिस ने चिडिय़ाघर के अंदर मौजूद सभी बड़े वाहनों की निकासी प्रतिबंधित कर दी। यहां तक कूड़ा उठाने वाली गाड़ी भी बाहर नहीं निकलने दी। इसी बीच पुलिस को लेख व्यू के पास जानवरों को मांस लाने वाली गाड़ी खड़ी दिखी। सुनसान स्थल पर वाहन की मौजूदगी पर पुलिस ने जांच की तो रुपयों से भरी तिजोरी मिल गई।

चार कर्मचारी संदेह के घेरे में

शातिरों चोरों ने वारदात को बेहद पेशेवर तरीके से अंजाम दिया था। उन्होंने सीसीटीवी के तार काट दिए और रिकार्डिंग चिप साथ ले गए, ताकि कुछ भी पुलिस के हाथ न लगे। हालांकि पुलिस को गेट पर लगे सीसीटीवी से बड़े सबूत मिले हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि चिड़ियाघर के दो कर्मचारी 26 जनवरी की रात 12.35 पर गेट के अंदर प्रवेश करते दिखाई दिए हैं और 12.39 पर कैमरे स्विच ऑफ हो गए। पुलिस को इनके अलावा दो अन्य कर्मचारियों पर भी शक है। इन चारों संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। मामले की जांच कर रहे एसीपी अकमल खान ने बताया कि तिजोरी बरामद कर ली गई है, जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।