खालिस्तान की वकालत नहीं करते भारत के सिख और प्रवासी : पुनीत सिंह चंडोक

खालिस्तान की वकालत नहीं करते भारत के सिख और प्रवासी : पुनीत सिंह चंडोक

नई दिल्ली। इंडियन वर्ल्ड फोरम (आईडब्ल्यूएफ) के अध्यक्ष पुनीत सिंह चंडोक ने मंगलवार को कहा कि न तो भारत में सिख और न ही प्रवासी भारतीय खालिस्तान की वकालत करते हैं। चंडोक ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय महावाणिज्य दूतावास खालिस्तानी समर्थकों द्वारा की गयी तोडफाेड़ और लंदन में भारतीय उच्चायोग में राष्ट्रीय ध्वज को उतारने का जिक्र करते हुए कहा, “भारत में सिख और न ही भारतीय प्रवासी खालिस्तान की वकालत करते हैं।

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भारतीय प्रवासी भारतीय मिशनों पर खालिस्तानी समर्थकों की इस घृणित कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह संधू सहित ‘भारत विरोधी’ अन्य भगोड़ों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया क्योंकि ऐसे लोगों की करतूत से हमारे देश की संप्रभुता और अखंडता को खतरे की आशंका बनी रहती है।

गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को ‘भगोड़ा’ घोषित कर दिया है और उसे गिरफ्तार करने के लिए गहन तलाश अभियान शुरू किया गया है। चंडोक ने कहा, “उनके आकाओं की भी जांच की जानी चाहिए और विदेशों से भी प्रत्यर्पित करने का प्रयास किया जाना चाहिए और उन्हें सलाखों के पीछे डाला जाना चाहिए।”

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