बारिश से बरेली ज्यादा प्रभावित, फसलों के नुकसान का सर्वे शुरू
जिलाधिकारी के आदेश पर कृषि विभाग और राजस्व विभाग की टीमों ने शुरू किया सर्वे, सरसों, गेहूं, आलू की फसलों को ज्यादा नुकसान होने की बात कही जा रही
बरेली, अमृत विचार : बेमौसम बारिश ने किसानों के सपनों का गला घोट दिया। किसानों ने गेहूं, सरसों और आलू समेत अन्य फसलों को बेचकर घर बनाने, शादी समेत अन्य जरूरी काम करने के लिए सपने संजोए थे। सोमवार की रात से मंगलवार दोपहर तक हुई मूसलधार बारिश से जनपद के बड़ी संख्या में किसानों का नुकसान हुआ है। शासन में हुई बैठक में भी बरेली में नुकसान ज्यादा होने की चर्चा हुई थी।
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शासन स्तर से अधिकारियों को जल्द रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने बारिश से सुबह के हालात की रिपोर्ट मिलने के बाद तत्काल नुकसान का सर्वे कराने का आदेश जारी कर दिए। आदेश की कॉपी जनपद के सभी एसडीएम और तहसीलदारों को व्हाट्सएप पर भेजी गई।
डीएम ने राजस्व और कृषि विभाग से संयुक्त रूप से फसलों के नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट देने निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने बताया कि सभी तहसीलों में लेखपाल, अमीन और कानूनगो को सर्वे में लगाया गया है। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व संतोष बहादुर सिंह भी टीमों के सर्वे पर नजर रखे हैं ताकि सर्वे रिपोर्ट जल्द मिलने पर शासन को नुकसान की स्थिति से अवगत कराया जा सके।
पिछली बेमौसमी बारिश ने 1.60 लाख किसान हुए थे प्रभावित: बरेली: पिछले साल भी बेमौसमी बारिश ने किसानों की धान की फसल को बर्बाद किया था। पिछले साल 9 सितंबर से लेकर 11 सितंबर तक जिलेभर में हुई बारिश से 1.60 लाख किसान प्रभावित हुए थे। इसमें 20983 किसानों की फसलें 33 प्रतिशत से अधिक नष्ट हुई थीं।
नुकसान का सर्वे कर रिपोर्ट राहत आयुक्त की वेबसाइट पर अपलोड की गई थी। राज्य सरकार ने एक हेक्टेयर फसल नुकसान पर 17 हजार रुपये का मुआवजा दिया था। तहसील सदर के 2109, बहेड़ी के 1783, आंवला के 3796, नवाबगंज के 1774, फरीदपुर के 3274, मीरगंज के 8247 किसानों की 33 प्रतिशत से अधिक फसलें बर्बाद हुई थीं। जबकि 180 कच्चे-पक्के और झोपड़ी वाले मकानों को भी नुकसान पहुंचा था।
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