शाहजहांपुर: स्मैक बरामदगी में आरोपों से घिरे कटरा इंस्पेक्टर लाइन हाजिर
शाहजहांपुर, अमृत विचार। स्मैक बरामदगी में डील के बाद व्यापारी के बेटे को छोड़ने के मामले में आरोपों से घिरे थाना मीरानपुर कटरा के प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार गुप्ता पर आखिर कार्रवाई हो गई और वे लाइन हाजिर कर दिए गए। माना जा रहा है कि आईजी डॉ. राकेश सिंह ने शाहजहांपुर के एसपी एस. आनंद को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को कहा था, इसीलिए कटरा इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया गया। हालांकि एसपी एस. आनंद ने सभी फेरबदल पुलिसिंग को चुस्त दुरुस्त करने का उद्देश्य बताया है। वहीं 11 प्रभारी निरीक्षकों को इधर-उधर किया है। एसपी ने थाना प्रभारियों को निर्देश दिए कि सभी संबंधित थाने से रवानगी कराएं।
बता दें कि थाना मीरानपुर कटरा की पुलिस ने सीमावर्ती जिला बरेली के फरीदपुर के कस्बे में एक होटल पर छापा स्मैक बरामद की थी। मामले में पुलिस ने होटल मालिक के बेटे को हिरासत में लिया था। बाद में कटरा पुलिस ने होटल मालिक के बेटे को छोड़ दिया था। यह जानकारी आईजी को लगी थी कि मामले में डील होने के बाद होटल कारोबारी के बेटे को पुलिस ने छोड़ा है। इस पर आईजी ने शाहजहांपुर के एसपी से मामले में कार्रवाई करने को कहा था, जिस पर जांच के बाद इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर कर दिया गया। वहीं दो माह बीत जाने के बाद दवा कारोबारी हत्याकांड का खुलासा भी कटरा इंस्पेक्टर नहीं कर पाए थे।
इधर एसपी ने शनिवार की देर रात कटरा इंस्पेक्टर धर्मेंद कुमार गुप्ता को लाइन हाजिर कर दिया। इसके अलावा एसपी ने निरीक्षक योगेंद्र कुमार का कोतवाली से वाचक पुलिस अधीक्षक, संदीप मिश्रा बंडा से डायल 112, कुंवर बहादुर सिंह का रोजा से कोतवाली, रविन्द्र सिंह का निगोही से रोजा, धनजंय सिंह का वाचक पुलिस अधीक्षक से प्रभारी निरीक्षक निगोही, प्रदीप सहरावत का अल्हागंज से बंडा, पवन पांडे का खुदागंज से कटरा, सत्यप्रकाश सिंह का निरीक्षक अपराध कलान से खुदागंज, रजितराम गौतम का प्रभारी डायल 112 से प्रभारी निरीक्षक गढ़िया रंगीन और उप निरीक्षक संजय कुमार का थानाध्यक्ष परौर से थानाध्यक्ष अल्हागंज और सुंदरलाल का एसओ गढ़िया रंगीन से एसओ परौर तबादला किया गया है।
बार्डर के थाने में तैनाती और दूसरे में जिले में हरकतें करने से नाराज थे आईजी
आईजी डॉ. राकेश सिंह ने इस पर नाराजगी जताई थी कि शाहजहांपुर की पुलिस बरेली में गैर जरूरी हरकतें कर रही है। आईजी ने एसपी से यहां तक कहा था कि बॉर्डर के थानों में तैनाती कराकर दूसरे जिलों में न सिर्फ आवाजाही की जा रही है, बल्कि बिना किसी सूचना के छापेमारी भी की जा रही है। ऐसे निरंकुश स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई करें। इस पर एसपी ने भी बार्डर के थानों के प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि दूसरे जिले में कार्रवाई करने से पहले उन्हें जरूर अवगत कराएं। साथ ही पूरे मामले की जांच शुरू करा दी थी।
लाइन हाजिर किया जाना कोई कार्रवाई नहीं है। यह एक रूटीन प्रक्रिया है। जिले की पुलिसिंग को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए कई इंस्पेक्टरों को इधर से उधर किया गया है। किसी भी इंस्पेक्टर को किसी भी मामले की जांच अथवा कार्रवाई के मामले में नहीं हटाया गया है।- एस. आनंद, एसपी।
