SSC पेपर लीक केस में तेलंगाना पुलिस ने बंदी संजय को किया गिरफ्तार, हंगामा जारी 

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Published By Vishal Singh
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करीमनगर। तेलंगाना पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के अध्यक्ष एवं सांसद बंदी संजय कुमार को मंगलवार देर रात यहां गिरफ्तार कर लिया गया। सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) थुला श्रीनिवास के नेतृत्व में एक पुलिस दल ने उन्हें मंगलवार देर रात करीब 12 बजे उस समय हिरासत में लिया, जब वह अपनी ससुराल में थे और उन्हें राचकोंडा पुलिस आयुक्तालय के तहत बोम्मलाराराम थाने में स्थानांतरित कर दिया। 

संजय ने पुलिस से अपनी गिरफ्तारी के कारण के बारे में बहस की हालांकि, एसीपी श्रीनिवास ने स्पष्टीकरण देने से इनकार करते हुए कहा कि उन्हें गिरफ्तार करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि थाने में कारण बताया जाएगा। भाजपा अध्यक्ष की गिरफ्तारी की खबर सुनकर पार्टी कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करने से रोकने का प्रयास किया। 

उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की हालांकि, पुलिस ने जबरदस्ती संजय को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें बोम्मलारामराम थाने ले गईं। संजय की गिरफ्तारी के विरोध में बुधवार को भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्य भर में धरना दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने उन्हें विशेष जांच दल (एसआईटी) के समक्ष उपस्थित होने में विफल रहने के कारण गिरफ्तार किया है, जिसने उन्हें तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) प्रश्न पत्र लीक होने के मुद्दे से संबंधित सबूत दिखाने के लिए नोटिस जारी किया था। 

दरअसल, उन्होंने एसआईटी के समक्ष व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने के बजाय, अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए एक कानूनी टीम भेजी। गिरफ्तारी का एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि उन्होंने कथित तौर पर सोमवार और मंगलवार को 10वीं कक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने से संबंधित एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित करने की योजना बनाई थी।

तेलंगाना भाजपा के आधिकारिक प्रवक्ता एन वी सुभाष ने बंदी संजय कुमार की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की।  सुभाष ने सवाल किया कि क्या राज्य में कोई लोकतंत्र है? उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा आधी रात में गिरफ्तारी बेहद निंदनीय है।

उन्होंने अपने बयान में कहा, “उन्होंने बिना कोई कारण बताये हमारे पार्टी प्रमुख को जबरन उठा लिया और यहां तक कि करीमनगर लोकसभा क्षेत्र से चुने गए एक जनप्रतिनिधि का भी सम्मान नहीं किया।” उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव अमानवीय हैं और श्री संजय को अपने प्रियजनों के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने दे रहे हैं क्योंकि वह सत्ता के नशे में चूर हैं। भाजपा प्रवक्ता ने अपने पार्टी प्रमुख की तत्काल रिहाई की मांग की। संजय अपनी सास के निधन के बाद नौवें दिन के रीति-रिवाज में शामिल होने के लिए करीमनगर पहुंचे थे। यहीं से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के दौरान, पार्टी कार्यकर्ताओं और परिवार के सदस्यों ने कारण जानना चाहा, लेकिन पुलिस ने बिना कारण बताये ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया। 

सुभाष ने संजय की गिरफ्तारी को अलोकतांत्रिक करार दिया और आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी सत्तारूढ़ दल के कार्यकर्ताओं की तरह व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने केसीआर पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह इस हद तक गिर गए हैं कि पुलिस की मदद से वह अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को उनके प्रियजनों के अंतिम संस्कार में शामिल होने से रोक रहे हैं।

इस बीच, तेलंगाना के भाजपा विधायक रघुनंदन राव गिरफ्तारी के बारे में पूछताछ करने के लिए यदाद्रि भुवनगिरि जिले के बोम्मलारामराम थाने पहुंचे। इस दौरान,पुलिस और राव के बीच बहस हुई। उन्होंने राज्य भाजपा प्रमुख को गिरफ्तार करने के कारणों का खुलासा नहीं करने और संविधान तथा उच्चतम न्यायालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने के लिए पुलिस की आलोचना की।

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