अयोध्या : धूल फांक रहा 22 करोड़ की लागत से बना "रानी हो स्मारक पार्क"

अयोध्या : धूल फांक रहा 22 करोड़ की लागत से बना

अमृत विचार, अयोध्या । अयोध्या में दक्षिण कोरिया और भारत के बीच स्थापित संबंधों को मजबूत करने के लिए सरयू तट पर रामायण सर्किट योजना की स्वीकृति से बने इंडो कोरियन स्मारक मेमोरियल पार्क का अभी तक लोकार्पण नहीं हो सका है। आलम यह है कि 22 करोड़ की लागत से बना पार्क धूल फांक रहा है।

अयोध्या से दक्षिण कोरिया का पुराना नाता रहा है। 2000 वर्ष पूर्व अयोध्या की राजकुमारी रत्ना जलमार्ग से दक्षिण कोरिया पहुंची थीं और वहां पर राजा सुरों से विवाह कर वहां की रानी बनी थीं। आज दोनों देशों के बीच के सांस्कृतिक संबंधों को लेकर रानी हो मेमोरियल स्मारक पार्क तैयार किया गया है।

22 करोड़ की लागत से बने इस पार्क का 2018 में दक्षिण कोरिया की प्रथम महिला किम जोंग व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संयुक्त रूप से शिलान्यास किया था और इसका कार्य 2021 में ही पूरा कर लिया गया था, लेकिन अभी तक इसका उद्घाटन नहीं हो सका, ना ही कोई पर्यटक पार्क में पहुंच पा रहा है जिसके कारण पार्क की खूबसूरती भी अब धूल खा रही है।

इस पार्क में एक ध्यान केंद्र, प्रदर्शनी कक्ष, सरोवर और उस पर आकर्षक सेतु बनाया गया है। सेतु के किनारे एक राजा सुरो का किंग पवेलियन तो वहीं दूसरी छोर पर अयोध्या का प्रतिनिधित्व करती राजकुमारी रत्ना का क्वीन पवेलियन बनाया गया है। राजकुमारी जल मार्ग से दक्षिण कोरिया जाने के प्रतीक को लेकर सरोवर के पास एक नाव और रास्ते में मिलने वाले गोल्डन एग को भी स्थापित किया गया है। स्मारक की साज-सज्जा और संयोजन में भारतीय परंपरा के दक्षिण कोरियाई परंपरा का समावेश किया गया है। लाल पत्थर की नक्काशीदार चहारदीवारी भारतीय वास्तु परंपरा की परिचायक हैं।

दक्षिण कोरिया और अयोध्या के संबंधों पर तैयार किए गए पार्क का उद्घाटन दीपोत्सव के समय होना था, लेकिन नहीं हो सका। अभी कोई लिखित सूचना सामने नहीं आई है, लेकिन शासन स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। उद्घाटन के दौरान दक्षिण कोरियाई मेहमान भी अयोध्या में मौजूद होंगे।

- राजेंद्र यादव, पर्यटन अधिकारी

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