रुद्रपुर: जनपद में बाढ़ के संवेदनशील क्षेत्रों और गांवों को चिह्नित करने के निर्देश
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रुद्रपुर, अमृत विचार। मानसून काल को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी युगल किशोर पंत ने आपदा आईआरएस से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को अलर्ट मोड पर रहने के साथ ही अपने-अपने मुख्यालय पर ही बने रहने और 24 घंटे मोबाईल ऑन रखने के निर्देश दिये।
शुक्रवार को डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने बाढ़ नियंत्रण के लिए आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत बेगुल डैम की आवश्यकतानुसार डिसिल्टिंग कराने के निर्देश सिंचाई विभाग के अभियंताओं को दिये। उन्होंने जनपद में बाढ़ के दृष्टिगत संवेदनशील क्षेत्रों, गांवों को चिह्नित करने, राहत कैंपों के लिए स्थान चिह्नित करने, चिह्नित राहत कैंपों के लिए आधारभूत सुविधाओं के लिए संबंधित विभागों को कार्य योजना तैयार रखने के निर्देश दिये।
यूपी के अधिकारियों से समन्वय को एसई कॉर्डिनेटर नामित
रुद्रपुर। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से समन्वय बनाने के लिए अधीक्षण अभियंता सिंचाई को कॉर्डिनेटर नामित किया। जिलाधिकारी ने डैम की क्षमता के अनुसार ही पानी भरने के निर्देश सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने प्रत्येक डैम के लिए दो-दो बोट का प्रस्ताव शासन में भेजने के निर्देश सिंचाई विभाग के अभियंताओं को दिये। जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग कोट्रांजिट कैंप क्षेत्र में अनुपयोगी रेगुलेटर हटाने के निर्देश भी दिये।
बैठक में ये लोग रहे मौजूद-
मुख्य विकास अधिकारी विशाल मिश्रा, आईएएस ट्रेनी अनामिका, एसपी चंद्रशेखर घोड़के, अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह, उप जिलाधिकारी राकेश तिवारी, सीमा विश्वकर्मा, मनीष बिष्ट, जिला पंचायतराज अधिकारी आरसी त्रिपाठी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी उमा शंकर नेगी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।