बरेली: मरीजों की जान से खिलवाड़, बिजली मैकेनिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बांट रहे दवा

300 बेड अस्पताल में फार्मेसी विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मी को दे दी दवा बांटने की जिम्मेदारी, गलत दवा देने पर कई मरीजों से हुई नोकझोंक, वीडियो वायरल, मगर अफसर बने अनजान

बरेली: मरीजों की जान से खिलवाड़, बिजली मैकेनिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बांट रहे दवा

बरेली,अमृत विचार : 300 बेड अस्पताल में गुरुवार को एक काउंटर पर बिजली मैकेनिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मी दवा बांटते नजर आया। इसकी शिकायत फार्मासिस्ट से की गई। गलत दवा देने पर मरीजों की उनसे नोकझोंक भी हुई। मामले का वीडियो वायरल हो रहा है, मगर अफसर अनजान बने हुए हैं। इस तरह की लापरवाही मरीजों की जान पर भारी पड़ सकती है।

अस्पताल में प्रशासनिक भवन में फार्मेसी विभाग है। यहां मरीजों को दवा बांटने के लिए दो काउंटर हैं। इनमें से एक काउंटर पर फार्मासिस्ट तो दूसरे पर अस्पताल में तैनात बिजली मैकेनिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दवा बांटने की जिम्मेदारी दे दी गई। काउंटर पर मरीजों ने पूछा कि ये दवा किस मर्ज की है तो दोनों ने जानकारी न होने की बात कही।

इस पर मरीजों की उनसे तकरार हुई। वहीं, एक दिव्यांग मरीज ने गलत दवा मिलने पर फार्मासिस्ट को इसकी जानकारी दी। फार्मासिस्ट ने दिव्यांग को सही दवा देकर संतुष्ट किया। यहां ओपीडी में प्रतिदिन करीब सात सौ मरीज आते हैं।

दवा भी नहीं मिल रही पूरी: यहां ओपीडी में डॉक्टर मरीजों को पर्चा पर जो दवा लिख रहे हैं, उनमें से कुछ दवाएं मरीजों को नहीं मिल पा रही हैं। जबकि प्रबंधन सभी दवाएं उपलब्ध होने का दावा कर रहा है।

दवाएं फार्मासिस्ट ही बांटते हैं, मैंने कुछ देर के लिए अपने काम से फार्मासिस्ट को बुला लिया था। स्टाफ भले ही दवा दे रहा था, लेकिन फार्मासिस्ट के मार्गदर्शन के बिना ऐसा नहीं होता है।- डॉ. भानु प्रकाश, सीएमएस, 300 बेड अस्पताल।

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