रामपुर : नहरों की टेल तक पहुंचेगा पानी, 629 करोड़ की लागत से बन रहा रामपुर बैराज
रामपुर जिले में 804 किमी लंबी नहरों का बिछा जाल, 85 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा सैजनी बैराज, नहरों की सफाई करने के लिए 57 लाख का भेजा जा चुका प्रस्ताव
जौहर यूनिवर्सिटी के निकट निर्माणधीन रामपुर बैराज।
रामपुर, अमृत विचार। किसानों के लिए अच्छी खबर है...अब नहरों की टेल तक फसलों की सिंचाई तक पानी पहुंचेगा। रामपुर बैराज 629 करोड़ रुपये और सैजनी बैराज 85 करोड़ की लागत से तैयार कराए जा रहे हैं। इसके अलावा भाखड़ा बैराज अगले वर्ष 2024 में शुरू हो जाएगा। जिले में 804 किमी लंबी नहरों का जाल बिछा हुआ है। अधिकारियों का दावा है किसानों की फसलों की सिंचाई के लिए अब नहरों की टेल (अंतिम छोर) तक पानी पहुंचेगा। जिससे किसानों को फसलों की सिंचाई करने में राहत मिलेगी।
नहरों की टेल तक पानी नहीं पहुंचने से किसान लंबे समय से परेशान हैं। उन्हें फसलों की सिंचाई महंगा डीजल फूंककर करना पड़ रही है। किसानों को अब नहरों की टेल तक पानी मिलेगा। एक्सईएन नहर खंड सियाराम ने बताया कि नवाबी दौर के वियर बने हुए थे जोकि, ध्वस्त हो गए थे जिसके कारण पानी छितर जाता था और नहरों की टेल तक पानी नहीं पहुंच पाता था। उन्होंने बताया कि तीन बैराज निर्माणाधीन है जबकि, नाहल नदी पर बैराज बनकर तैयार है।
बताया कि अगले वर्ष भाखड़ा बैराज बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद किसानों के लिए सिंचाई करने में और आसानी हो जाएगी। दावा किया कि नहरों की जमीन नहीं दबाई गई है, बल्कि इनकी सफाई करने के लिए 57 लाख का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। कहा कि पैसा मिलते ही नहरों के अंतिम छोर तक सफाई करा दी जाएगी और पानी नहरों की टेल तक पहुंचने लगेगा।
जिले में 94 नहरों का बिछा है जाल
एक्सईएन नहर खंड ने बताया कि जिले में 94 नहरों का जाल बिछा है लेकिन, नहरों में पानी नहीं पहुंचने के कारण रकबा अव्यवस्थित हो गया है। जैसे नहरों में पानी पहुंचेगा कब्जा खत्म हो जाएगा और किसानों को सिंचाई करने में काफी सहूलियत हो जाएगी। नहरों में पानी नहीं होने के कारण ऐसा लग रहा है कि जमीन पर कब्जा हो गया है।
जिले में तीन बैराज तैयार कराए जा रहे हैं। जिससे लंबे समय के लिए सिंचाई की दिक्कत दूर हो जाएगी। बैराज पिकनिक स्पॉट के रूप में डेवलप कराए जा रहे हैं। जहां पहुंचकर लोगों मानसिक रूप से काफी सुकून मिलेगा। - सियाराम, एक्सईएन नहर खंड।
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