Dr. Anil Kumar Tripathi केजीएमयू के बाद नई पारी की शुरूआत को तैयार, इस तरह करेंगे मरीजों की सेवा
लखनऊ, अमृत विचार। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) स्थित क्लीनिकल हेमेटोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड रहे प्रो. अनिल कुमार त्रिपाठी सेवानिवृत्त (retired) होने के बाद नई पारी को तैयार हैं। जल्द ही वह एक बार फिर राजधानी के एक निजी मेडिकल संस्थान में मेडिकोज को पढ़ाते और मरीजों को इलाज देते नजर आयेंगे। साथ ही वह मेडिकल छात्रों के लिए नई किताब लिखने की दिशा में भी काम करेंगे।
दरअसल, बीते 30 जून को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के क्लीनिकल हेमेटोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड प्रो. अनिल कुमार त्रिपाठी ने सेवानिवृत्त होने के बाद ही अपने नई पारी की शुरूआत को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। 37 साल से चिकित्सा के क्षेत्र में शोध और मरीजों की सेवा का कार्य वह आगे भी जारी रखेंगे।
डॉ. अनिल कुमार त्रिपाठी ने अपना पूरा जीवन मरीज के उपचार और उनकी सेवा करने में लगाया है ,जो आज के चिकित्सको के लिए प्रेरणा है।
डॉ.अनिल कुमार त्रिपाठी ने साल 1981 जीएसवीएम कानपुर से एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी की तथा सभी 15 गोल्ड मैडल प्राप्त किये और वर्ष 1985 में एमडी पूर्ण किया। उसके बाद उन्होंने साल 1986 से केजीएमसी में एक शिक्षक (अस्सिस्टेंट प्रोफेसर) के रूप में अपनी सेवाएं देना प्रारम्भ किया। साल 2011 से अब तक उन्होंने केजीएमयू स्थित क्लीनिकल हेमेटोलॉजी डिपार्टमेंट का कार्यभार प्रोफ़ेसर एवं हेड के रूप में संभाला। हालांकि इस बीच वह डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान और एसजीपीजीआई के निदेशक के तौर पर भी अपना योगदान दिया। उसके बाद साल 2022-23 में डीन ,फैकल्टी आफ मेडिसिन केजीएमयू भी रहे।
इस बीच डॉ. अनिल कुमार त्रिपाठी की लिखी पुस्तक आज मेडिकल छात्रों के पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं। “इसेंसियल ऑफ़ मेडिसिन फार डेंटल स्टूडेंट”फोर्थ एडिशन 2023। वहीं आम लोगों के लिए लिखी गई“एनीमिया,कुछ रोचक जानकारियाँ 2014”(सम्मानित विश्व विद्यालयी सम्मान ), “प्लेटलेट्स की कमी :भ्रांतियां एवं समाधान“2018 हैं।
डॉ. अनिल कुमार त्रिपाठी ने अमृत विचार के साथ हुई बातचीत के दौरान बताया कि जल्द ही एक निजी मेडिकल संस्थान में छात्रों को पढ़ाने का कार्य शुरू करूंगा। जिससे गरीब मरीज का इलाज,छात्रों को पढ़ाने और खुद भी पढ़ने का अवसर मिलता रहे। वहीं किताब लिखने की योजना पर भी काम हो रहा है।
