लखनऊ : माती अस्पताल का उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने किया उद्घाटन, कैंसर पीड़ित मरीजों को भी मिलेगा इलाज

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Published By Virendra Pandey
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लखनऊ, अमृत विचार। प्रदेश के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने गुरुवार को माती अस्पताल, पेट सी.टी. स्कैन और रूफटाप सोलर पावर प्रोजेक्ट का बटन दबाकर उद्घाटन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक मरीज को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले, इसके प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री के आयुष्मान योजना के तहत गरीबों को चिकित्सा में मदद की जा रही है। इन सबके बावजूद केजीएमयू को भी ऐसा कार्य करना होगा कि प्रत्येक मरीज को संतुष्टि मिले, और दुनिया में चिकित्सा का रोल माडल बने। उन्होंने कहा कि केजीएमयू चिकित्सा के क्षेत्र में वर्ल्ड क्लास सेंटर बने, इसके लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केजीएमयू का चिकित्सा क्षेत्र में दुनियाभर में नाम है। इस संस्थान को 100 वर्ष हो गये मरीजों की सेवा करते हुए। इस अवधि में चिकित्सा विज्ञान में नित नये आयाम हासिल किये। इसके लिए यहां की फैकल्टी धन्यवाद की पात्र है। उन्होंने कहा कि मरीजों की देखभाल एवं इलाज में कोई कमी न रहे, अब ऐसा कार्य करना है। सरोजनीनगर के बिजनौर क्षेत्र के माती गांव में माती अस्पताल शुरू होने से ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में पनपने वाली बीमारियों को समय से नियंत्रित भी किया जा सकेगा। इसी प्रकार पेट सी.टी. स्कैन के स्थापित होने से मरीजों को कैंसर, डायबिटिज, टी.वी. तथा मानसिक रोग जैसे बीमारियों की जांच एवं इलाज में आसानी होगी।

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि केजीएमयू की कार्य संस्कृति बहुत अच्छी है। यहां के डाक्टर, नर्स, स्टाफ का व्यवहार अच्छा है। अच्छे वातावरण में मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कैम्पस की साफ-सफाई बहुत अच्छी है। इसे बनाये रखना है।  प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ग्रीन एनर्जी के प्रयोग को बढ़ाया जा रहा है। नवीकरणीय ऊर्जा के प्रयोग से कार्बन उत्सर्जन में कमी आयेगी और हम नेट जीरो एमिशन के साथ एक बेहतर, स्वच्छ पर्यावरण आने वाली पीढ़ी को देंगे। उन्होंने कहा कि नेडा के सहयोग से यहां पर एक मेगावाट क्षमता का रूफटाप सोलर पावर प्रोजक्ट तीन माह में स्थापित कराया गया। इससे प्रतिवर्ष 60 लाख रूपये की बचत होगी। साथ ही 4500 से 5000 यूनिट बिजली पैदा होगी और 1500 टन कार्बन उत्सर्जन कम होगा। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी यहां पर 1.37 मेगावाट का सोलर प्लान्ट लगाया गया है। सौर ऊर्जा की कीमत थर्मल पावर की आधी होती है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा ही सृष्टि के संचालन का स्रोत है। सब कुछ ऊर्जा से ही चल रहा है। उन्होंने केजीएमयू से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट के बेहतर प्रबंधन के लिए भी मॉडल प्रस्तुत करने को कहा और प्रधानमंत्री के विजन ‘‘कचरे से कंचन’’ बनाने की पहल को आगे बढ़ाये।

चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने इस अवसर पर कहा कि माती हास्पिटल को बनाने में कार्यदायी संस्थाओं ने काफी समय लिया है। जो कि प्रदेश सरकार की मंशा के विपरीत है। जनता के लिए उपयोगी प्रोजेक्ट में देरी समाज के हित में नहीं, ऐसे कार्यो में सुधार करें। जनता को बेहतर सुविधायें प्रदान करें, किसी को भी शिकायत का मौका न दें।

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