बरेली: जोगी नवादा में कांवड़ यात्रा को लेकर फिर गर्माया माहौल, पुलिस-प्रशासन अलर्ट

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Published By Moazzam Beg
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बरेली, अमृत विचार। बरेली में बारादरी थाना क्षेत्र के जोगी नवादा में कांवड़ यात्रा निकालने को लेकर रविवार को एक बार फिर दोनों समुदाय आमने-सामने आ गए। जिसकी सूचना मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दिया गया है। वहीं पुलिस प्रशासन दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामले को शांत करने में जुटा है। 

लेकिन इस बीच दूसरे समुदाय की महिलाओं के साथ नौजवान और अन्य लोग भी सड़क पर उतर आए हैं। जिसकी सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी, एसएसपी, एडीएम सिटी, सीओ, बारादरी थाना प्रभारी समेत बड़ी संख्या में फोर्स मौके पर मौजूद हैं। फिलहाल पुलिस प्रशासन सड़क पर उतरी भीड़ को समझाकर शांत कराने में जुटा हुआ है। दरअसल, बारादरी थाना क्षेत्र में जोगी नवादा इलाके में मौर्य गली से निकलने वाला कांवड़ियों का जत्था शाह नूरी मस्जिद मार्ग से गुजारने के सूचना पर दूसरे समुदाय के लोग आज सुबह से विरोध कर रहे हैं। 

इसको लेकर दूसरे समुदाय के स्थानीय लोगों का कहना है कि मौर्य गली से कभी भी कावड़ यात्रा शाह नूरी मस्जिद से होकर नहीं गुजरी है। लेकिन इस बार यहां से निकालकर नई परंपरा बनाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शनिवार रात को कुछ पुलिसकर्मी आए थे। जो यह कहकर गए हैं कि रविवार को शाह नूरी मस्जिद रोड से मौर्य गली का कांवड़ जत्था गुजरेगा, जिसका सभी लोग मिलकर सहयोग करना। 

जिस पर दूसरे समुदाय के स्थानीय निवासियों ने कहा कि वह यहां से मौर्य गली के कावड़ जत्थे को हरगिज नहीं निकलने देंगे। क्योंकि कुछ साल पहले गोसाईं गौटिया से 10-10 कांवड़ियों की 300 मीटर की दूरी पर टोली निकले का दोनों समुदायों के बीच समझौता हुआ था। लेकिन अब जोर-जबर्दस्ती पूरे के पूरे काफिले और जत्थे निकाले जा रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि मौर्य गली के लोग इससे पहले के शाह नूरी मस्जिद से कांवड़ यात्रा निकाले जाने के वीडियो और परमिशन दिखाएं कि यहां से कभी उनका काफिला गुजरा हो, तो वह उनके जत्थे को निकलने देंगे। 

इतना ही नहीं, कांवड़ जत्थे के निकलने में सहयोग के साथ स्वागत भी करेंगे। वहीं आगे कहा कि उन्हें दूसरे समुदाय से कोई बैर नहीं है, वह यहां आपस में रहते हैं। लेकिन नई परंपरा के लिए कोई गुंजाइश नहीं हैं। वहीं मौर्य गली में रहने वाले लोगों का कहना है कि वह साल 2006-07 से लगातार कांवड़ जत्था लेकर बदायूं में गंगा के कछला घाट से जल भरकर आते हैं। इससे पहले ट्रैक्टर-ट्रॉली और डीजे के साथ उनकी कांवड़ यात्रा मौर्य गली से शुरू होकर शाह नूरी मस्जिद होते हुए बाबा श्रीवनखंडीनाथ मंदिर पर पहुंचती है। जहां से वह अपने परिवारों से विदा लेकर जल भरने के लिए रवाना होते हैं, इसको लेकर वह पिछले सालों की परमिशन दिखाने के लिए तैयार हैं। 

वहीं कांवड़ जत्थे के शाह नूरी मस्जिद रोड से निकालने पर दूसरे समुदाय के विरोध के सवाल पर उन्होंने कहा कि शनिवार के दिन दूसरे समुदाय द्वारा निकाले गए ताजिए और जुलूस में उन लोगों ने पूरे सहयोग किया है, ऐसे में उनके कांवड़ जत्था निकले का विरोध उचित नहीं है। वहीं इस मामले को लेकर आपको बता दें कि पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है और हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

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