बरेली: आजमगढ़ की घटना के विरोध में पहली बार निजी स्कूलों की सामूहिक बंदी

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Published By Vishal Singh
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विभिन्न स्कूल संगठनों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा

बरेली, अमृत विचार। आजमगढ़ में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई छात्रा की मौत के बाद प्रिंसिपल और क्लास टीचर की गिरफ्तारी होने पर निजी विद्यालयों के संगठनों में आक्रोश है। गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को निजी स्कूलों के संगठन एकजुट नजर आए। पहली बार जिले में सभी निजी स्कूल सामूहिक रूप से बंद रहे। इस दौरान संगठनों ने विरोध-प्रदर्शन किया।

इंडीपेंडेंट स्कूल्स एसोसिएशन ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा। संगठन के चेयरमैन पारूष अरोरा ने बताया कि आजमगढ़ के चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज की छात्रा की मौत का दुख हम सभी को है, मगर बिना जांच के प्रिंसिपल और क्लास टीचर की गिरफ्तारी करना अनुचित है। मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। कहा कि बुधवार को तय समय पर निजी स्कूल संचालित हो सकते हैं।

बेसिक शिक्षा समिति ने भी सौंपा ज्ञापन
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा समिति के पदाधिकारियों ने छात्रा के निधन पर शोक जताया। साथ ही प्रिंसिपल और क्लास टीचर की गिरफ्तारी का विरोध किया। इस संबंध में डीएम को ज्ञापन सौंपा। प्रदेश अध्यक्ष जगदीश चंद्र सक्सेना, सुरेश कुमार यादव, डा. कदीर अहमद, अभय सिंह भटनागर, पंकज सक्सेना, रिंकेश सौरखिया आदि मौजूद रहे।

माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा ने कहा- घटना की निष्पक्ष जांच हो
माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक महासभा के मंडल अध्यक्ष सुधीर यादव ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके। इस दौरान टीआर गंगवार, मुनीष मिश्रा, ब्रजेश पांडेय, प्रवीन सक्सेना, सुरेंद्र वीर गंगवार, प्रेमपाल गंगवार, शोभराम प्रजापति, एम प्रसाद, योगेद्र शर्मा, सुधाकर वर्मा आदि मौजूद रहे।

माधवराव सिंधिया स्कूल के शिक्षकों ने पुलिस कार्रवाई पर उठाए सवाल
प्रधानाचार्या और शिक्षक की गिरफ्तारी के विरोध में माधवराव सिंधिया पब्लिक स्कूल में मंगलवार को अवकाश रहा। प्रबंधक डॉ सौरभ कुमार अग्रवाल, प्रधानाचार्य डॉ. प्रियंका सरकार की अगुवाई में शिक्षकों ने सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की। साथ ही स्कूलों में अनुशासन को बनाए रखने की दिशा में गंभीर कदम उठाए जाने पर भी चर्चा की।

सरकारी विद्यालयों में नहीं दिखा कोई विरोध
आजमगढ़ की घटना को लेकर विरोध सिर्फ निजी स्कूलों में दिखा। सभी सरकारी विद्यालय निर्धारित समय पर खुले और पढ़ाई हुई। डीआईओएस देवकी सिंह ने बताया कि विद्यालयों तय समय पर ही खुले। इस दौरान पढ़ाई जारी रही।

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