...तो कोरोना फिर मचाएगा तबाही? खतरनाक नया वैरियंट 'पिरोला' मिला, वैक्सीनेशन भी हो सकता है बेअसर!

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Published By Vishal Singh
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COVID-19 New Variant BA.2.86। साल 2020 से आई कोविड-19 महामारी ने लोगों के दिलो में डर पैदा कर दिया है। इसके कई नए वेरिएंट भी सामने आते रहते हैं। चीन से शुरू होकर यह वायरस पूरी दुनिया में फैल गया था जो लाखों मौतों का कारण बना। 3 साल बीतने के बावजूद कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। इस बीच अब विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और रोग नियंत्रण केंद्र (CDC) ने कोरोना के एक और वैरिएंट के बारे में बताया है। इस वैरिएंट का नाम BA.2.86 है, जिसे पिरोला (Pirola) नाम से भी जाना जा रहा है।

अभी इस देश में पाया गया वेरिएंट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)की SARS-CoV-2 वैरिएंट मॉनिटरिंग लिस्ट में शामिल करने के बाद इस वैरिएंट पर निगरानी रखने की भी सलाह दी गई है। सीडीसी (CDC) के मुताबिक, यह वैरिएंट यूके, डेनमार्क, इजराइल और अमेरिका में पाया गया है। डब्ल्यूएचओ ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए बीए.2.86 के बारे में बताया था और अधिक म्यूटेशन के कारण इसे 'वैरिएंट अंडर मॉनिटरिंग' माना है। हालांकि फिलहाल विशेषज्ञों का कहना है कि अभी तक घबराने की कोई जरूरत नहीं है। यह नया वायरस BA.2.86 (पिरोला) क्या है, इसके लक्षण क्या हैं इस बारे में भी जान लीजिए।

पिरोला के बारे में ये भी जानें
इस नए वायरस को पिरोला नाम से जाना जा रहा है। इसका एक नया लीनेज है जो कोरोना का कारण बनता है। WHO द्वारा इसे तेजी से म्यूटेट होने वाली लिस्ट में शामिल किया गया है। हालांकि वैज्ञानिक अभी तक यह निर्धारित नहीं कर पाए हैं कि क्या इन म्यूटेशन के कारण वायरस फैलने की दर अधिक हो सकती है।

विशेषज्ञों के अनुसार 'ऐसा लगता है कि यह वैरिएंट ओमिक्रॉन BA.2 सबलीनेज से आया है जो 2022 में सबसे अधिक मामलों का कारण बना था। इस वैरिएंट के बारे में जरूरी बात यह है कि इसमें ओमिक्रॉन वैरिएंट की तुलना में अधिक म्यूटेशन हैं. BA.2.86, ओमिक्रॉन XBB सब-वैरिएंट से भी बहुत अलग दिखता है।'

क्या हैं इस वेरिएंट के लक्षण ?
BA.2.86 कोरोना के दूसरे वेरिएन्ट्स जैसे ओमिक्रॉन, अल्फा और डेल्टा आदि से बिल्कुल अलग है।  BA.2.86 सब-वैरिएंट इतना नया है कि संक्रमण से जुड़े लक्षणों के बारे में कोई डेटा मौजूद नहीं है क्योंकि इसके मामले अभी काफी कम हैं. अभी तक यह भी पता नहीं चला है कि क्या यह कोई नए लक्षण पैदा करेगा. सीडीसी के मुताबिक, कोरोना से खुद को सुरक्षित रखने के लिए जिन लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए वो पिछले वैरिएंट की तरह ही हैं जिसमें नीचे बताए हुए लक्षण सामने आ सकते हैं। इसमें खांसी, गला खराब होना, बहती नाक, छींक आना, थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, गंध ना आना, नाक बहना, सिरदर्द जैसे लक्षण दिख सकते हैं।

वैक्सीन और इम्यूनिटी वायरस पर बेअसर!
एक्सर्टस के अनुसार 'नया वैरिएंट पिरोला कहां फैल रहा है और कितनी तेजी से फैल रहा है, इस बारे में अभी बताना काफी जल्दबाजी होगी। अभी तक इस वैरिएंट के काफी कम मामले हैं और इससे बीमारी की गंभीरता और फैलने की उत्पत्ति के बारे में अनुमान लगाना असंभव है। हालांकि, BA.2.86 के म्यूटेशन के बारे में हम जानते हैं जिसके आधार पर कह सकते हैं कि यह वैरिएंट संभवतः पहले से मौजूद कोविड-19 इम्यूनिटी से बचने में सक्षम होगा।

उन्होंने आगे बताया, 'हमने स्पाइक प्रोटीन में जो अधिकतर म्यूटेशन देखते हैं वो वायरस को बेअसर करने के लिए एंटीबॉडी की क्षमता को प्रभावित करने वाले हैं। नया वैरिएंट पिरोला कोरोना वैक्सीन और पहले से डेवलप हुई इम्यूनिटी को भी मात दे सकता है और प्रभावित व्यक्ति को शिकार बना सकता है। इसलिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह वैरिएंट काफी चिंताजनक है लेकिन इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए और भी मामलों की जांच करनी होगी।'

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