मुरादाबाद : दोस्तों ने ही की थी यूट्यूबर जितेंद्र की हत्या, पुलिस ने हत्यारोपियों को किया गिरफ्तार

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
On

मुरादाबाद। 24 घंटे पहले हुई कोतवाली ठाकुरद्वारा के रहने वाले यूट्यूबर जितेंद्र की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्या में शामिल उसके दो दोस्त सुरेश और अरविंद को गिरफ्तार किया है। दोनों ने अपना गुनाह कबूल करते हुए कत्ल की वजह भी पुलिस को बताई है।

चार महीने पहले सुरेश-अनुज और यू-ट्यूबर जितेंद्र वैगन-आर कार से लखनऊ गए थे। जहां कार सीज हो गई थी। ये कार गौतम पल्ली थाने में आज भी खड़ी है। इसी कार को छुड़वाने के लिए लखनऊ चलने को सुरेश अपने दोस्त जितेंद्र पर दबाव बना रहा था। लेकिन, जितेंद्र न ही लखनऊ जाने को तैयार था और न ही जुर्माना राशि के रुपये देने को राजी थी। इसी से सुरेश जितेंद्र से नाराज था। उसने अपने दोस्त अरविंद के साथ योजना बनाकर जितेंद्र को डंडे से पीट पीटकर मार डाला। पुलिस ने दोनों आरोपर सुरेश और अरविंद को गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी ग्रामीण संदीप कुमार मीना ने घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि जितेंद्र पुत्र लोलीन सिंह ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र के टांडा अफजल गांव का रहने वाला था। शनिवार को लोलीन सिंह ने अपने पुत्र जितेंद्र की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लोलीन सिंह ने पुलिस को बताया था कि उनका बेटा शुक्रवार शाम पांच बजे के दौरान बिना बताए कहीं चला गया है। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और जितेंद्र की खोजबीन शुरू हुई तो रिपोर्ट होने के अगले दिन शनिवार को एक शव ताराबाद गांव के जंगल से बरामद हुआ। इसकी शिनाख्त गुमशुदा जितेंद्र के रूप में हुई थी। जितेंद्र की हत्या की पुष्टि होने पर दर्ज केस में धाराएं बढ़ाई गई और हत्यारों की खोज की गई।

रविवार को पुलिस ने घटना में शामिल अभियुक्त सुरेश व अरविंद को गिरफ्तार कर लिया। सुरेश पुत्र बलवीर दुल्हापुर पट्टी जाट गांव का रहने वाला है, जबकि अरविंद पुत्र महेंद्र अमानताबाद का निवासी है। इन दोनों अभियुक्तों को अमानताबाद गांव के बाहर मोड़ से गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्तों की निशानदेही पर मृतक जितेंद्र का मोबाइल, पर्स व घटना के समय पर पहने हुए रक्तरंजित कपड़े व आलाकत्ल डंडा बरामद किया। इस कार्रवाई में ठाकुरद्वारा थाने के प्रभारी निरीक्षक विजेन्द्र सिंह, दरोगा रवीन्द्र सिंह भाटी, बृजेन्द्र सिंह और कांस्टेबल मनीष कुमार व मयंक कुमार शामिल रहे।

एसपी ग्रामीण संदीप कुमार मीना ने बताया कि पूछताछ में अभियुक्त सुरेश व अरविंद ने पुलिस को बताया है कि पूरी घटना में मुख्य भूमिका सुरेश की है। सुरेश ने बताया है कि अब से करीब 4 महीने पहले वह जितेंद्र व सबलपुर के अनुज संग अपनी वैगनार (यूपी-16-क्यू-0609) से लखनऊ गये थे, जहां पर थाना गौतम पल्ली थाना पुलिस ने चेकिंग के दौरान उनकी गाड़ी सीज की थी। उनकी गाड़ी आज भी थाना गौतम पल्ली थाने में खड़ी है। सुरेश ने जितेंद्र से गाडी को छुड़ाने के लिए कई बार कहा। लेकिन, जितेंद्र उससे कह रहा था कि गाड़ी उसकी नहीं है, आपकी (सुरेश) है। इसलिए आप खुद छुड़वाओ। इस पर सुरेश ने जितेंद्र से कहा कि पैसे दे दो वह कार खुद छुड़वा लेगा लेकिन, जितेंद्र पैसे देने को भी तैयार नहीं था, न ही साथ चलने को राजी था। इसी बात से सुरेश जितेंद्र से नाराज था।

 सुरेश अपने दोस्त अरविंद से बोला कि कुछ भी करके उसे जितेंद्र से पैसे निकालने हैं। रुपये नहीं देगा तो वह उसे मार देगा। 25 अगस्त के दिन सुरेश व अरविंद, जितेंद्र से पैसे लेने के लिए उसके घर पर गए थे, लेकिन जितेंद्र घर पर नहीं मिला। इसके बाद सुरेश व अरविंद ताराबाद गांव आए और खेत के पास बैठकर शराब पी रहे थे। यहीं पर वे दोनों जितेंद्र का इंतजार कर रहे थे। उसी दौरान जितेंद्र बाइक से उधर से गुजर रहा था। सुरेश और अरविंद ने जितेंद्र को रोका और बोले कि चलो खेत के अंदर शराब पीते हैं। जितेंद्र तैयार नहीं हुआ और चल दिया, तभी सुरेश व अरविंद ने उसे पकड़ लिया और कहा कि मुझे पैसे दे दे वरना अपनी जान से जाएगा। 

इस दौरान जितेंद्र की सुरेश व अरविंद से हाथापाई भी हुई और सुरेश ने पास पड़ा लकड़ी का डंडा उठाकर जितेंद्र के सिर पर मार दिया। जितेंद्र जमीन पर गिर पड़ा। फिर सुरेश ने जितेंद्र के सिर पर ही कई वार कर दिए, इसमें उसकी जान चली गई। जितेंद्र की मृत्यु होने का विश्वास होने पर सुरेश व उसके दोस्त अरविंद ने उसके शव को खींचकर गन्ने के खेत में अंदर ले जाकर छिपा दिया। हाथापाई में जितेंद्र का मोबाइल व पर्स वहीं पर गिर गया था। सुरेश व अरविंद ने जितेंद्र की बाइक को गन्ने के खेत के पास दूसरे धान के खेत में धकेल दिया, जबकि उसके मोबाइल व पर्स को दूल्हापुर रोड की तरफ ट्यूबवेल के पास बिजली खंभे के पास झाड़ियों में छिपा दिया था। घटना के समय सुरेश व अरविंद जो कपड़े पहने थे, उन पर खून लग गया था। उन कपड़ों को सुरेश व अरविंद ने गांव के बाहर दूल्हापुर पट्टी नहर चौराहा के पास झाड़ियों में छिपा दिया था।

 

ये भी पढ़ें : नंदिता प्रकरण : पीड़ित पर समझौते का दबाव, सीएमओ को जांच रिपोर्ट का इंतजार

संबंधित समाचार