लखनऊ में क्षत्रिय, ब्राह्मण को नई कमान, मिशन 2024 की बड़ी जिम्मेदारी

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Published By Deepak Mishra
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नये पदाधिकारी संगठन को देंगे गति, कार्यकर्ताओं में भरेंगे नई ऊर्जा 

लखनऊ, अमृत विचार। भाजपा में लंबे समय से संगठन के फेरबदल की चर्चाओं पर शुक्रवार को विराम लग गया है। भारतीय जनता पार्टी ने आगामी मिशन 2024 लोक सभा चुनाव को लेकर पार्टी संगठन में बड़ा बदलाव किया है । भाजपा ने 70 फीसदी जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष को बदलकर नये चेहरों को पार्टी संगठन की जिम्मेदारी दी है।

लखनऊ में पार्टी ने जिलाध्याक्ष पद पर क्षत्रिय और महानगर पद पर ब्राह्मण को कमान दी है। 2024 मिशन में ब्राह्मण, क्षत्रिय कार्ड कितना कारगर साबित होगा यह पार्टी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।  लखनऊ में महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी और जिलाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह बनाये गये हैं। 

लखनऊ जिलाध्यक्ष की दौड़ में वर्तमान अध्यक्ष श्रीकृष्ण लोधी फिर से दौड़ में थे, जबकि बक्शी का तालाब निवासी शिवदर्शन यादव के अलावा जिला उपाध्यक्ष मनोज प्रजापति के साथ ही जिला मंत्री धर्मेंद्र सिंह के साथ-साथ सदाशिव मिश्र और संजय सिंह भी थे। बक्शी का तालाब में भाजपा के चुनाव प्रभारी रहे और वर्तमान में जिला उपाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह को अध्यक्ष बनाकर कई बड़े नेताओं के दावे को फेल कर दिया है।

वहीं महानगर में आनंद द्विवेदी अभी तक महानगर संगठन में उपाध्यक्ष थे, मौजूदा समय मुकेश शर्मा महानगर अध्यक्ष थे, जिनका दो कार्यकाल पूरा हो चुका है। तीन साल का एक कार्यकाल होता है लेकिन मुकेश शर्मा सात साल सात माह तक अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाते रहे और संगठन ने उन्हें विधान परिषद में भेजकर बड़ा उपहार भी दिया था। महानगर अध्यक्ष पद को लेकर दावेदारों की लंबी सूची थी।

इसमे आनंद द्विवेदी के अलावा अशोक तिवारी, अनुराग मिश्र अन्नू और सुशील मिश्र ब्राह्मण चेहरों में थे। प्रबल दावेदारों में आनंद द्विवेदी के अलावा साढ़े सात साल से महामंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे पुष्कर शुक्ला का नाम था लेकिन रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह के खेमे में होने के कारण आनंद द्विवेदी को महानगर अध्यक्ष की कुर्सी दिया गया।उधर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह का कहना है कि नए पदाधिकारी संगठन को मजबूत गति देनें के साथ कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भरेंगे जो आगामी लोक सभा चुनाव में पार्टी को विजय हासिल करायेगा।

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