Interview: BJP के नवनियुक्त उत्तर जिलाध्यक्ष दीपू पांडेय बोले- पार्टी ने दी बड़ी जिम्मेदारी, निभाने की मेरी बारी
कानपुर में अमृत विचार ने भाजपा के नवनियुक्त उत्तर जिलाध्यक्ष दीपू पांडेय से की बातचीत।
कानपुर में अमृत विचार ने भाजपा के नवनियुक्त उत्तर जिलाध्यक्ष दीपू पांडेय से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी। निभाने की मेरी बारी है।
कानपुर, अमृत विचार। मैं, शुरुआती दिनों से पार्टी से जुड़ा हूं। पार्टी को जहां जरूरत हुई खड़ा हुआ, जो कार्य मिले, उसे कर्तव्य समझकर समय सीमा में पूरा किया। अब पार्टी ने मुझपर भरोसा जताते हुए बड़ी जिम्मेदारी दी है, जिसे निभाने की जिम्मेदारी मेरी है। यह बात सोमवार को भाजपा के नव नियुक्त उत्तर जिलाध्यक्ष दीपू पांडेय ने अमृत विचार संवाददाता अभिषेक वर्मा से बातचीत में कहीं। प्रस्तुत हैं, उनसे हुए सवाल और जवाब।
- आप पार्टी के पुराने चेहरे हैं, ऐसा नहीं लगता कि आपको जिलाध्यक्ष बनाने में देरी हुई।
मुझे लगता है कि पार्टी ने मुझे उचित समय पर यह जिम्मेदारी दी है। पार्टी नेतृत्व की प्रेरणा से मैं लगातार काम कर रहा हूं। कभी पद की लालसा और अधिक महत्वकांक्षा नहीं रही।
- कानपुर अब भाजपा का गढ़ बन गया है, यह गढ़ बरकरार रहे, इसके लिए क्या रणनीति है।
हमारा प्रयास है कि समाज के निचले स्तर तक सरकार के कामों को पहुंचाया जाए। बूथ कमेटी को मजबूत करना है। नेतृत्व द्वारा दिए गए कार्यों को पूरा करना है। लोगों को ज्यादा से ज्यादा पार्टी से जोड़ने के लिए घर-घर पहुंचेंगे।
- दूसरी पार्टियों की अपेक्षा भाजपा की लोकसभा चुनाव की तैयारियां कैसे अलग हैं।
अन्य पार्टियां राजनीतिक इवेंट करती हैं, जबकि भाजपा सामाजिक कार्यों के बलबूते चुनाव में जाती है। हम कुटीर उद्योग, रक्दान, सरकारी योजनाओं से गरीबों को लाभांवित करने के लिए काम कर रहे हैं।
- कार्यकर्ता कहते हैं कि विधायक और सांसद बात नहीं सुनते, इसे कैसे दूर करेंगे।
हमारा कार्यकर्ता हमारी मजबूती है। कई बार विधायकों और सांसदों की मजबूरी के कारण उन्हें रुष्ट होना पड़ता है। लेकिन, पार्टी हमेशा कार्यकर्ता हितों ध्यान में रखती है। मैं हर सुख और दुख में कार्यकर्ताओं के साथ खड़ा मिलूंगा।
- उत्तर जिले में भाजपा को मजबूत करने का क्या रोडमैप है।
पार्टी द्वारा दिए गए कार्य समयबद्ध पूरा करना, कार्यकर्ताओं से प्रतिदिन रूबरू होना, मेरी प्राथमिकता होगी। हमें रेडी टू वर्क रहना है। ताकि, जिले में पार्टी और मजबूत हो सके।
- प्रदेश में आपके अनुसार भाजपा कितनी सीटें जीतने जा रही है।
यूपी की सभी 80 सीटें हम लोग जीतने जा रहे हैं, इसमें कोई शंका ही नहीं है। हम लोग मतों का अंतर बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे हैं।
- दलित मतदाताओं को जोड़ने के लिए किस रणनीति पर काम करेंगे।
चुनाव के पहले अनुसूचित बाहुल्य बस्तियों में जाने का पार्टी ने प्लान तैयार किया है। जिसे पूरी ईमानदारी के साथ निभाना है। बस्तियों में जाकर लोगों को योजनाओं से अवगत कराएंगे और पार्टी से भी जोड़ेंगे।
- नई कार्यकारिणी बनाने में समीकरणों को साधना कितनी चुनौती है।
सामाजिक अधिकारों को ध्यान में रखते हुए पार्टी फैसला करती है। जहां कई भी पदों का सृजन या नए दायित्वों को देने की बात होती है ईमानदार और कर्मठ दावेदारों की सूची दी जाती है।
