रुद्रपुर: किसानों की यही दुआ कि... हे भगवान! अब न हो बारिश और न हवा चले वरना...सब बरबाद हो जाएगा...
रुद्रपुर, अमृत विचार। धान की कटाई शुरू होने से पहले ही तराई में विगत रात्रि से सुबह तक 84.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गयी है। इससे किसानों को धान के खराब होने की चिंता सताने लगी है। किसान कहने लगे हैं हे भगवान धान की कटाई तक न बारिश हो और न ही हवा चले। अगर ऐसा हुआ तो किसानों को काफी नुकसान होगा जाएगा।
दरअसल, तराई में एक लाख तीन हजार हेक्टेयर में धान की फसल बोई जाती है, जबकि एक लाख 29 हजार किसान इस खेती से जुड़े हुए हैं। एक अक्टूबर से धान की खरीद शुरू होनी है। वहीं खेतों में किसानों की मेहनत की फसल तैयार होने को है। किसान खेतों में धान की कटाई शुरू करते इससे पहले ही बारिश ने उनकी चिंता बढ़ा दी है। मौसम वैज्ञानिकों ने भी आगे भी बारिश की संभावना जतायी है। बारिश की इस चेतावनी से किसानों की चिंता और बढ़ गयी है।
किसानों को कहना है कि अगर धान की कटाई से पूर्व बारिश हुई और हवा चली तो किसान खेत में लेट जाएगा। जमीन गीली होने से धान की बालियां मिट्टी से खराब हो जाएंगी। इसे कंबाइन लगाकर भी नहीं उठाया जा सकता है। वहीं अगर खेतों में पानी भरा रहा तो खड़ी धान की फसल के काला पड़ने की उम्मीद है। वहीं मौसम वैज्ञानिकों ने भी अधिक बारिश को धान की फसल के लिए नुकसानदायक बताया है।
विगत वर्ष भी धान की कटाई से पूर्व बारिश शुरू हो गयी थी। इससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान हुआ था। इस बार भी धान की कटाई से पूर्व ही बारिश शुरू हो गयी है। अगर बारिश आगे भी इसी तरह जारी रही तो किसानों को काफी नुकसान हो सकता है।
-विक्रम जीत सिंह विर्क, किसान
विगत रात्रि से तराई में 84.8 मिलीमीटर बारिश हुई है। आगे भी बारिश की संभावना बनी हुई है। इससे खेतों में धान की फसल के नुकसान होने की संभावना बनी हुई है। अगर बारिश के कारण खेतों में पानी भर जाए तो किसान सबसे पहले उसकी निकासी की व्यवस्था करें। ताकि तैयार हो रही फसल को नुकसान होने से बचाया जा सके।
-डॉ. आरके सिंह, मौसम वैज्ञानिक, जीबी पंत विश्वविद्यालय
पहाड़ और मैदानी इलाकों में 25 तक बारिश की संभावना
रुद्रपुर। विगत रात्रि से सुबह तक हुई बारिश से तराई के तापमान में गिरावट आयी है। वहीं लोगों ने उमस भरी गर्मी से राहत की सांस ली है। जीबी पंत विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि सोमवार तक पहाड़ी इलाकों में मध्यम बारिश और मैदानी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना बनी है। विगत रात्रि से हुई बारिश से तराई के तापमान में दो डिग्री सेल्सियस की कमी आयी है। उन्होंने बताया कि शनिवार को तराई का अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा। वातावरण में नमी की मात्रा 69 प्रतिशत रही। उन्होंने बताया कि 25 सितंबर तक पहाड़ी इलाकों में मध्यम और मैदानी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है।
