भारत है विश्वकप का प्रबल दावेदार, बोले मुरलीधरन- विराट की तुलना सचिन से नहीं

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
On

घरेलू परिस्थितियों के साथ मिल सकता है यहां के विकेट का फायदा

लखनऊ, अमृत विचार। विश्वकप मुकाबलों का इंतजार कई देशों के खिलाड़ियों को हैं। भारत में आयोजित होने वाले विश्वकप के मुकाबलों के दौरान अप्रत्याशित नतीजे भी देखने को मिलेंगे। इस बार भारत विश्वकप का प्रबल दावेदार है। यह कहना था श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर मुथैया मुरलीधरन का। शनिवार को वह अपनी बायोपिक फिल्म 800 के प्रमोशन के लिए लखनऊ आये। यहां पर विश्वकप के माहौल को देख कर बेहद उत्साहित दिखे।

उन्होंने कहा कि घरेलू परिस्थितियों और विकेट का फायदा भारत को मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हर विश्वकप में कोई न कोई टीम छिपे रूस्तम की तरह सामने आती हैं। शायद इस विश्वकप में भी कोई टीम सामने आये। विश्वकप भारत में होने से स्पिनर की भूमिका बढ़ जाती है। जिन टीमों टीमों के पास अच्छे स्पिनर हैं उनका पलड़ा भारी रहेगा। हालांकि भारतीय स्पिनर अश्विन सभी पर भारी हैं।

विराट की तुलना सचिन से नहीं

800 विकेट लेने वाले स्पिनर मुरलीधरन ने कहा कि किसी नये खिलाड़ी के शानदार परफार्म करते ही उसकी तुलना पूर्व खिलाड़ी से शुरू हो जाती है। इस समय क्रिकेट प्रेमी विराट कोहली की तुलना सचिन तेंदुलकर से कर रहे हैं। सबसे पहले बात यह कहूंगा कि तुलना करना उचित नहीं है। हर किसी की अपनी प्रतिभा होती हैं। सचिन महान बल्लेबाज है, उनकी तुलना विराट से नहीं की जा सकती है। मुथैया ने कहा कि मेरे लिये सभी विकेट खास है। लखनऊ के बारे में उन्होंने कहा कि यह मिनी दुबई लगता है। वर्ष 1994 में मैं यहां पर टेस्ट मैच खेलने आया था। अब काफी बदलाव हो चुका है।

6 को रिलीज होगी बायोपिक 800

मुरलीधरन की बायोपिक 800 में ऑस्कर विनर फिल्म स्लमडॉग मिलियनेयर के अभिनेता मधुर मित्तल उनकी भूमिका में दिखेंगे। फिल्म 6 को हिंदी, तमिल और तेलुगू में एक साथ यही फिल्म रिलीज की जा रही है। फिल्म के बारे में मुरली ने बताया कि सभी ने मुझे क्रिकेट खेलते ही देखा है। फिल्म मेरे बचपन और उन संघर्षों की कहानी है जो मुझे पर्सनल और प्रोफेशनल यात्रा के दौरान देखने को मिले। मधुर ने कहा कि मुरली का किरदार निभाना मेरे लिये चुनौतीपूर्ण रहा। लेकिन मैंने उनके बहुत सारे वीडियो देखे और हाव-भाव सीखने की कोशिश की।

यह भी पढ़ें:-डॉ. घनश्याम तिवारी हत्याकांड: गम, आक्रोश और संवेदना के बीच ब्राह्मणों ने भरी हुंकार, हत्यारोपियों के परिवार का किया सामाजिक बहिष्कार

संबंधित समाचार