प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के गठन और तेलंगाना में केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय खोले जाने की घोषणा की
हैदराबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को तेलंगाना में 13,500 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया और कुछ महत्वपूर्ण योजनाओं की आधारशिला रखी। इस मौके पर उन्होंने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के गठन और राज्य में एक केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय खोले जाने की घोषणा की।
महबूबनगर जिले में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान विभिन्न परियोजनाओं के उद्घाटन व शिलान्यास के बाद अपने संबोधन में मोदी ने इनसे पूरे क्षेत्र में पर्यटन का विकास होगा और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
It is only the BJP which is devoted to serving the people of Telangana. Addressing a massive rally in Mahabubnagar. Do watch! https://t.co/1OInfQ4RAg
— Narendra Modi (@narendramodi) October 1, 2023
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने हल्दी किसानों के लाभ के लिए एक राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड स्थापित करने का फैसला किया है। यह बोर्ड किसानों की मदद करेगा।’’ प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही तेलंगाना के मुलुगु जिले में 900 करोड़ रुपये की लागत से एक केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना किए जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय का नाम समक्का सरक्का केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय रखा जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने नागपुर-विजयवाड़ा आर्थिक गलियारे से संबंधित महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी, भारतमाला परियोजना के तहत विकसित हैदराबाद-विशाखापत्तनम गलियारे से संबंधित सड़क परियोजना का लोकार्पण किया, प्रमुख तेल और गैस पाइपलाइन परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित की और साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हैदराबाद (काचीगुडा)-रायचूर ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
प्रधानमंत्री ने जिन प्रमुख सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी, उनमें 108 किलोमीटर लंबा 'वारंगल से राष्ट्रीय राजमार्ग-163जी के खम्मम खंड तक फोर लेन एक्सेस नियंत्रित ग्रीनफील्ड राजमार्ग' और 90 किमी लंबा 'फोर लेन एक्सेस नियंत्रित ग्रीनफील्ड राजमार्ग' शामिल हैं। इन सड़क परियोजनाओं को कुल लगभग 6400 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा।
परियोजनाओं से वारंगल और खम्मम के बीच यात्रा की दूरी लगभग 14 किलोमीटर और खम्मम तथा विजयवाड़ा के बीच लगभग 27 किलोमीटर कम हो जाएगी। प्रधानमंत्री ने 'एनएच-365बीबी पर सूर्यापेट से खम्मम के बीच चार लेन वाले 59 किमी लंबे खंड' को भी राष्ट्र को समर्पित किया। यह परियोजना लगभग 2,460 करोड़ रुपये की लागत से बनायी गयी है और यह हैदराबाद-विशाखापत्तनम कॉरिडोर का एक हिस्सा है। इसे भारतमाला परियोजना के तहत विकसित किया गया है।
यह खम्मम जिले और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री ने '37 किलोमीटर लंबी जक्लेर-कृष्णा नई रेलवे लाइन' का भी लोकार्पण किया। उन्होंने कृष्णा स्टेशन से हैदराबाद (काचीगुडा)-रायचूर-हैदराबाद (काचीगुडा) के बीच पहली ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ट्रेन सेवा तेलंगाना के हैदराबाद, रंगारेड्डी, महबूबनगर, नारायणपेट जिलों को कर्नाटक के रायचूर जिले से जोड़ेगी। मोदी ने इस दौरान 'हसन-चेरलापल्ली एलपीजी पाइपलाइन परियोजना' को राष्ट्र को समर्पित किया।
उन्होंने कृष्णापट्टनम से हैदराबाद (मलकापुर) तक 'भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की बहु-उत्पादक पेट्रोलियम पाइपलाइन' की आधारशिला भी रखी। प्रधानमंत्री ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के पांच नये भवन, यानी स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स, गणित एवं सांख्यिकी विद्यालय, प्रबंधन अध्ययन स्कूल, व्याख्यान कक्ष परिसर-तृतीय और सरोजिनी नायडू स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड कम्युनिकेशन (एनेक्सी) का भी उद्घाटन किया।
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