प्रयागराज: माफिया अतीक के काले साम्राज्य का 'मुनीम' था एहजम, अवैध कमाई का रखता था हिसाब

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Published By Sachin Sharma
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प्रयागराज। राजरूपपुर स्थित बालगृह से छोड़ा गया एहजम अपने पिता अतीक की अवैध कमाई लेखा जोखा रखने वाला मुनीम था। कहा जाए तो पूरी सरपस्ती में होने वाले कारोबार से आने वाली दौलत का हिसाब वही रखता था। इसका खुलासा अतीक के करीबी खान सौलत हनीफ ने अपने बयान में किया है। 

पुलिस को सौलत के मोबाइल से कुछ चैट भी मिले हैं, जिसमें रुपयों के संबंध में एहजम ने की थीं। खास बात यह है कि चैट के स्क्रीनशॉट को प्रमाण के तौर पर उमेश पाल हत्याकांड की केस डायरी में शामिल किया गया है। उमेश पाल के अपहरण मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद अतीक के करीबी खान सौलत हनीफ को नैनी जेल भेज दिया गया था। इसके बाद उमेश पाल हत्याकांड में भी विवेचना शुरु कर दी गई।

इस दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर उसे आरोपी बनाया गया। तीन मई को पुलिस ने उसे कस्टडी रिमांड पर लिया और इसी दौरान इस बात का खुलासा हुआ कि अतीक के फैले काले साम्राज्य से आने वाली काली कमाई का हिसाब किताब न सिर्फ उसकी पत्नी शाइस्ता बल्कि उसका बेटा एहजम भी रखता था। 

सौलत की निशानदेही पर पुलिस ने मोबाइल फोन बरामद कर कब्जे में ले लिया था। बरामद किये गये मोबाइल में खान सौलत हनीफ से शाइस्ता व एहजम के बीच रुपयों के लेनदेन की चैट के स्क्रीनशॉट भी मिले है। पिता व दोनों बड़े भाइयों उमर, अली के जेल जाने के बाद एहजम रुपयों का हिसाब पुलिस देख रहा था। सूत्रों का कहना है कि यह जानकारी सामने आने के बाद इन स्क्रीन शॉट को उमेश पाल हत्याकांड की केस डायरी में शामिल किया गया है।

खान सौलत ने अपने बयान में यह भी बताया है कि उमेश की हत्या से पहले असद ने उसे एक आईफोन खरीद कर दिया था। उस आईफोन से उसने असद, शाइस्ता के साथ एहजम को कई दस्तावेजों की फोटो भेजी थी। पुलिस का कहना है कि उमेश पाल हत्याकांड में एहजम की भूमिका की जांच की जा रही है। हालांकि, अभी इस मामले में पुलिस अफसर कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।

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